UP सरकार ने अग्निवीरों को दिया तोहफा, पुलिस, पीएसी, अग्निशमन सेवाओं में दिया 20% का आरक्षण

UP News: उत्तर प्रदेश सरकार ने अग्निपथ योजना के तहत चार साल की सेवा पूरी करने वाले अग्निवीरों के लिए एक महत्वपूर्ण पहल की है। सरकार ने 6 जून, 2025 को एक आदेश जारी कर राज्य पुलिस और अग्निशमन सेवाओं में सीधी भर्ती के लिए पूर्व अग्निवीरों को 20 प्रतिशत आरक्षण देने की घोषणा की है। इस निर्णय से अग्निवीरों को उनकी सैन्य सेवा के बाद नागरिक जीवन में सार्थक अवसर प्राप्त होंगे।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में यूपी कैबिनेट द्वारा अनुमोदित इस फैसले से यह सुनिश्चित होगा कि अग्निवीरों द्वारा सैन्य प्रशिक्षण के दौरान अर्जित कौशल, अनुशासन और अनुभव का उपयोग राज्य की सुरक्षा व्यवस्था में नागरिक भूमिकाओं में प्रभावी ढंग से किया जा सके।

UP  में कैसे लागू होगा आरक्षण

यह आरक्षण क्षैतिज (हॉरिजॉन्टल) होगा, जो सभी मौजूदा श्रेणियों—सामान्य, अनुसूचित जाति (एससी), अनुसूचित जनजाति (एसटी) और अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी)—पर लागू होगा। उदाहरण के लिए, यदि कोई पूर्व अग्निवीर एससी श्रेणी से है, तो उसे एससी कोटे के भीतर ही आरक्षण का लाभ मिलेगा।

यह आरक्षण पुलिस कांस्टेबल, प्रांतीय सशस्त्र कांस्टेबुलरी (पीएसी) कांस्टेबल, घुड़सवारी पुलिस और फायरमैन जैसे पदों पर सीधी भर्ती के लिए लागू होगा। इसके अतिरिक्त, पूर्व अग्निवीरों को इन पदों के लिए ऊपरी आयु सीमा में तीन साल तक की विशेष छूट दी जाएगी, जिससे उनका नागरिक रोजगार में परिवर्तन आसान होगा।

यह पहल विशेष रूप से समयोचित है, क्योंकि 2022 में शुरू की गई अग्निपथ योजना के तहत भर्ती हुए अग्निवीरों का पहला बैच 2026 से अपनी सेवा पूरी कर नागरिक रोजगार की तलाश शुरू करेगा। अग्निपथ योजना के तहत 75 प्रतिशत अग्निवीरों को सेवा पूरी होने के बाद सेवा निधि पैकेज के साथ रिलीज़ किया जाएगा, लेकिन उन्हें पेंशन लाभ नहीं मिलेगा।
उत्तर प्रदेश सरकार का यह कदम अग्निवीरों के लिए सुचारु परिवर्तन सुनिश्चित करने के राष्ट्रीय उद्देश्य के अनुरूप है। 20 प्रतिशत आरक्षण की यह नीति हरियाणा और ओडिशा जैसे राज्यों द्वारा दी जाने वाली 10 प्रतिशत आरक्षण की तुलना में एक उच्च मानक स्थापित करती है।

यह निर्णय न केवल अग्निवीरों के लिए रोजगार के अवसर बढ़ाएगा, बल्कि उत्तर प्रदेश की पुलिस और अग्निशमन सेवाओं को उनके अनुशासित और प्रशिक्षित कौशल से भी मजबूती देगा। यह कदम अग्निवीरों के योगदान को सम्मान देने और उनके भविष्य को सुरक्षित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।