Imran Khan: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के संस्थापक इमरान खान, जो अगस्त 2023 से रावलपिंडी की अदियाला जेल में बंद हैं, 11 जून 2025 को अल-कादिर ट्रस्ट मामले में जमानत हासिल कर सकते हैं। यह दावा उनकी पार्टी के वरिष्ठ नेता और PTI अध्यक्ष बैरिस्टर गोहर अली खान ने किया है। गोहर ने कहा कि यह तारीख इमरान और उनकी पत्नी बुशरा बीबी के लिए महत्वपूर्ण होगी। इस बीच, PTI ने जेल से ही इमरान के नेतृत्व में एक नया राजनीतिक आंदोलन शुरू करने की घोषणा की है।
अल-कादिर ट्रस्ट मामला Imran Khan और उनकी पत्नी बुशरा बीबी के खिलाफ चल रहे प्रमुख कानूनी विवादों में से एक है। इस मामले में उन पर आरोप है कि उन्होंने अपने कार्यकाल (2018-2022) के दौरान एक रियल एस्टेट टाइकून से रिश्वत के रूप में जमीन ली, जिसके बदले 190 मिलियन पाउंड (लगभग 50 अरब रुपये) की राशि, जो यूके की नेशनल क्राइम एजेंसी (NCA) ने एक पाकिस्तानी व्यवसायी से वसूल की थी, को राष्ट्रीय खजाने में जमा करने के बजाय उस व्यवसायी के लाभ के लिए इस्तेमाल किया गया। इस राशि के बदले, व्यवसायी ने इमरान और बुशरा के अल-कादिर यूनिवर्सिटी ट्रस्ट को 57 एकड़ जमीन दान दी थी।
इस्लामाबाद हाई कोर्ट 11 जून को इस मामले में इमरान और बुशरा की सजा को निलंबित करने की याचिका पर सुनवाई करेगा। गोहर अली खान ने ARY न्यूज से बात करते हुए भरोसा जताया कि कोर्ट इस सुनवाई में राहत देगा। राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो (NAB) ने पहले इस सुनवाई को स्थगित करने की मांग की थी, क्योंकि उन्हें अपने तर्क तैयार करने के लिए और समय चाहिए था।
PTI का आंदोलन और विपक्ष के साथ गठजोड़
गोहर अली खान ने घोषणा की कि PTI जल्द ही एक देशव्यापी आंदोलन शुरू करेगी, जिसका नेतृत्व इमरान खान जेल से करेंगे। उन्होंने विपक्षी दलों से इस आंदोलन में शामिल होने की अपील की और कहा कि यह देश की सुरक्षा और अस्तित्व के लिए जरूरी है। उन्होंने यह भी बताया कि पार्टी ने आगामी बजट को लेकर अपनी रणनीति तैयार कर ली है और 9 जून को एक महत्वपूर्ण प्रेस कॉन्फ्रेंस में इसका ऐलान करेगी।
खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री और PTI के प्रमुख नेता अली अमीन गंडापुर ने भी हाल ही में ईद-उल-अज़हा के बाद इमरान की रिहाई के लिए बड़े पैमाने पर आंदोलन की धमकी दी है। उन्होंने कहा कि अगर इमरान को रिहा नहीं किया गया, तो PTI सड़कों पर उतरेगी।
बुशरा बीबी की हिरासत पर सवाल
गोहर ने दावा किया कि इमरान की पत्नी बुशरा बीबी को बिना किसी ठोस आरोप के जेल में रखा जा रहा है, ताकि इमरान पर दबाव बनाया जा सके। जनवरी 2025 में एक जवाबदेही अदालत ने इस मामले में इमरान को 14 साल और बुशरा को 7 साल की सजा सुनाई थी। इसके बाद बुशरा को गिरफ्तार कर लिया गया था। PTI ने इस फैसले को “राजनीतिक रूप से प्रेरित” बताया और इसे उच्च न्यायालय में चुनौती देने की कसम खाई है।
गोहर ने कहा, “बुशरा बीबी पर कोई औपचारिक आरोप नहीं हैं। यह सिर्फ इमरान को तोड़ने की साजिश है।” PTI का कहना है कि यह मामला उनकी पार्टी के नेतृत्व को कमजोर करने की एक बड़ी साजिश का हिस्सा है।
Imran Khan की कानूनी लड़ाई
Imran Khan को अप्रैल 2022 में अविश्वास प्रस्ताव के जरिए सत्ता से हटाए जाने के बाद से कई कानूनी मामलों का सामना करना पड़ रहा है। अल-कादिर ट्रस्ट मामले के अलावा, उन पर तोशाखाना, साइफर और अन्य मामलों में भी आरोप हैं। हालांकि, 2024 में साइफर और इद्दत मामलों में उन्हें बरी कर दिया गया था। फिर भी, कई अन्य मामलों के कारण उनकी रिहाई अब तक नहीं हो सकी है।
मई 2023 में इस मामले में उनकी गिरफ्तारी को सुप्रीम कोर्ट ने अवैध करार दिया था और उन्हें तुरंत रिहा करने का आदेश दिया था। इसके बाद इस्लामाबाद हाई कोर्ट ने उन्हें दो हफ्ते की जमानत दी थी। लेकिन बाद में फिर से गिरफ्तारी और सजा ने उनकी मुश्किलें बढ़ा दीं।