Los Angeles: अमेरिकी आव्रजन एवं सीमा शुल्क प्रवर्तन (ICE) द्वारा लॉस एंजिल्स में की गई छापेमारी में 35 मेक्सिकन नागरिकों को गिरफ्तार किया गया है. इस गिरफ्तारी के बाद मेक्सिको की राष्ट्रपति क्लाउडिया शिनबाम ने प्रवासियों का समर्थन किया. शिनबाम ने कहा कि अमेरिका में रहने वाले मैक्सिकन नागरिक “अपराधी नहीं हैं,” बल्कि वे ईमानदार लोग हैं जो अपने जीवन को बेहतर बनाने और अपने परिवारों को सहारा देने के लिए अमेरिका गए थे. उन्होंने यह भी कहा, “वे अच्छे पुरुष और महिलाएं हैं, जो एक बेहतर भविष्य की तलाश में हैं. ”
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, शुक्रवार को आईसीई एजेंटों ने लॉस एंजिल्स के विभिन्न कार्यस्थलों पर छापे मारे. इस छापेमारी ने शहर में विरोध और रोष को जन्म देने का काम किया. इसके तुरंत बाद, प्रदर्शनकारी लॉस एंजिल्स के डाउनटाउन में स्थित संघीय भवनों के बाहर जमा हो गए, जिनमें एक हिरासत केंद्र भी शामिल था. प्रदर्शनकारियों ने जोरदार नारेबाजी की और ‘ICE आउट ऑफ एलए!’ जैसे स्लोगन भी उठाए. वहीं पैरामाउंट में भी विरोध प्रदर्शन हुए, जहां प्रदर्शनकारियों ने नारे लगाए और कुछ ने मैक्सिकन झंडे भी लहराए. संघीय एजेंटों ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए आंसू गैस और फ्लैश-बैंग ग्रेनेड का इस्तेमाल किया.
ICE द्वारा गिरफ्तारी और राष्ट्रीय विरोध
ब्लूमबर्ग के अनुसार, संघीय एजेंसी ने कहा कि इस सप्ताह देशभर (Los Angeles) में प्रतिदिन औसतन 2,000 अवैध प्रवासियों को गिरफ्तार किया गया, जिसमें लॉस एंजिल्स क्षेत्र के 118 लोग शामिल थे. वहीं लॉस एंजिल्स में विरोध और अशांति के बाद, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने शहर में नेशनल गार्ड सैनिकों को तैनात किया.
अमेरिकी सेना ने बताया कि 79वीं इन्फैंट्री ब्रिगेड कॉम्बैट टीम के 300 सैनिकों को एलए क्षेत्र में तैनात किया गया है. उनका काम संघीय संपत्तियों और कर्मियों की सुरक्षा करना था. ये सैनिक हेलमेट, छद्मवेशी उपकरण और स्वचालित हथियारों से लैस थे, जिन्हें लॉस एंजिल्स के डाउनटाउन में एक संघीय परिसर के बाहर देखा गया.
कैलिफोर्निया के गवर्नर का विरोध
कैलिफोर्निया के गवर्नर गेविन न्यूसम ने ट्रम्प के इस कदम की कड़ी आलोचना की. उन्होंने इसे “जानबूझकर भड़काऊ” बताते हुए कहा कि राष्ट्रपति एलए काउंटी में सैनिकों को भेजकर केवल संकट पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं. न्यूसम ने एक पोस्ट में लिखा, “यह केवल अराजकता और दमन का वातावरण उत्पन्न करने का प्रयास है. शांत रहें, कभी भी हिंसा का सहारा न लें. ” इस प्रकार, लॉस एंजिल्स में आईसीई की छापेमारी और उसके बाद के घटनाक्रमों ने अमेरिका और मेक्सिको के बीच प्रवास नीति को लेकर फिर से बहस छेड़ दी है.