जहां मिली थी.. उस ढ़ाबे वाले ने खोले सोनम के राज……साजिश या अपहरण!

Unfaithful Sonam- इंदौर से शिलांग गए दंपत्ति में पति राजा रघुवंशी हत्याकांड में 16 दिन बाद पत्नी सोनम गाजीपूर के एक ढाबे पर बदहवास स्थिति में पहुंची थी। इसके बाद यहां जो हुआ वह बताते हुए ढांबा संचालक ने बताया कि वह रात लगभग रात 1 बजे ढांबे के सामने एक परिवार के पास पहुंची थी और उसने वहां बैठे एक परिवार से कुछ सहायता मांगी थी। लेकिन परिवार ने उसे कोई मदद नहीं की इसके बाद वह ढ़ाबे पर पहुंची और बोली की भैया मुझे मोबाइल दे दो। उसके बाद उसने अपने भाई को कॉल किया और भैया बोल कर जोर-जोर से रोने लगी। इसके बाद ढ़ाबा संचालक ने मोबाइल वापस लेकर उसके परिवार से बात की थी। जिसमें परिवार के कहने पर उसने पुलिस को फोन किया। उसकी बाडी की स्थिति देख कर ऐसा नहीं लग रहा था कि उसको बाड़ी पर कोई चोट लगी है। वह रो रही थी वह थोड़ी डिस्टर्ब लग रही थी। उसके बाद जब ढ़ाबा संचालक ने उससे पूछा कि क्या हुआ तो सोनम ने बताया कि मई में उसकी शादी हई । उसके बाद वह हनीमुन मनाने मेघालय गए जहां उसके साथ गहने चोरी और लूटपाट हुई जिसमें उसके पति की हत्या हो जाती है यह देख कर वहा बैहोशा हो गई थी। फिर वह यहां तक कैसे आई यह उसे पता नहीं है। सोनम ढ़ाबे पर 2 घंटे रहती है इस दौरान पुलिस रात 3 बजे सोनम को ढ़ाबे से लेकर जाती है।

साजिश को अपहरण में तब्दील करना चाहती थी सोनम!
ढ़ाबे संचालक की बात सुन कर ऐसा प्रतित होता है मानों सोनम के साथ सच मे कोई हादसा हुआ होगा। जिसके बाद उसे अपहरण कर्ताओं ने मानो सड़क पर लावारिस छोड़ दिया था। लेकिन पुलिस ने कुछ राज अलग ही खोल दिए।