Kainchi Dham Mela 2025: उत्तराखंड में नैनीताल के पास स्थित कैंची धाम आश्रम हर साल 15 जून को अपना स्थापना दिवस मनाता है। इस आश्रम की स्थापना 15 जून 1964 को हुई थी और यह महान संत नीम करोली बाबा के लिए प्रसिद्ध है। हर साल हजारों लोग भारत और दूसरे देशों से इस पवित्र स्थान पर दर्शन करने आते हैं।
इस साल रविवार 15 जून को कैंची धाम में एक बड़ा मेला लगेगा। बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है और इसकी तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। अधिकारी जाम से बचने के लिए खास तौर पर हल्द्वानी से भीमताल और भवाली रूट पर यातायात के पुख्ता इंतजाम कर रहे हैं। आरटीओ अधिकारी डॉ. गुरदेव सिंह, रोडवेज स्टाफ और केमू अधिकारियों ने हाल ही में इस आयोजन को आगंतुकों के लिए सुचारू और सुरक्षित बनाने के लिए एक बैठक की।
नीम करोली बाबा कौन थे?
नीम करोली बाबा 20वीं सदी के एक बेहद सम्मानित संत थे। उनका जन्म 1900 के आसपास उत्तर प्रदेश के अकबरपुर में हुआ था। वह भगवान हनुमान के बहुत बड़े भक्त थे और कई लोग उन्हें हनुमान का ही एक रूप मानते हैं। 11 साल की उम्र में उनकी शादी हो गई थी, लेकिन बाद में उन्होंने संतत्व का मार्ग चुना। 1958 में, उन्होंने एक संत के रूप में रहने के लिए हमेशा के लिए घर छोड़ दिया। उनके दो बेटे और एक बेटी थी।
कैंची धाम कैसे पहुंचें?
कैंची धाम की यात्रा के लिए, आप दिल्ली से शुरू कर सकते हैं। काठगोदाम स्टेशन के लिए ट्रेन लें या नैनीताल के लिए बस लें। नैनीताल से आश्रम सिर्फ 17 किमी दूर है। टैक्सी और बसें आसानी से उपलब्ध हैं।
यात्रा के लिए खर्चा
दिल्ली से नैनीताल तक बस: ₹350–₹800
नैनीताल से कैंची धाम तक टैक्सी: ₹150–₹300
आश्रम में कमरा: ₹200 प्रति रात