ऑपरेशन हनीमून से उजागर हुई साजिश, सोनम रघुवंशी की इस गलती ने पहुंचाया सलाखों के पीछे, पति राजा की हत्या के बाद प्रेमी से मिलने भी पहुंचीं थी इंदौर

इंदौर के ट्रांसपोर्ट कारोबारी राजा रघुवंशी की रहस्यमयी हत्या का राज मेघालय पुलिस के ‘ऑपरेशन हनीमून’ ने बेपर्दा कर दिया। इस हाई-प्रोफाइल केस में चौंकाने वाला मोड़ तब आया, जब पत्नी सोनम रघुवंशी हत्या की मास्टरमाइंड निकली। प्रेमी राज कुशवाहा के साथ मिलकर सोनम ने राजा को रास्ते से हटाने का खूनी प्लान तैयार किया था।

‘हादसे’ का झूठ और चूक से खुल गया राज

सोनम ने अपने पति की हत्या को दुर्घटना का रूप देने की कोशिश की और खुद को बेगुनाह दिखाने के कई हथकंडे अपनाए। लेकिन कहा जाता है – झूठ के पांव नहीं होते। सोनम की एक छोटी सी गलती ही पुलिस के शक की पहली कड़ी बन गई, जिसने अंततः पूरे हत्याकांड का परदाफाश कर दिया।

सोशल मीडिया पर सन्नाटा बना शक की वजह

मेघालय पुलिस को तब पहली बार संदेह हुआ, जब उन्हें हनीमून के दौरान कपल की कोई भी तस्वीर या सोशल मीडिया अपडेट नहीं मिला। राजा की हत्या के बाद सोनम ने राजा के सोशल मीडिया अकाउंट से एक पोस्ट डाली – “सात जन्मों का साथ है।” यह पोस्ट घटनाक्रम से मेल नहीं खाती थी, और यहीं से पुलिस की नजरें सोनम पर टिक गईं।

पुलिस की बड़ी टीम, तेज़ी से जोड़ी गई कड़ियाँ

इस हत्याकांड की परतें खोलने के लिए मेघालय पुलिस ने एक 20 अफसरों की कोर टीम बनाई, जिसमें कुल 120 पुलिसकर्मी शामिल थे। जांच में सामने आया कि राजा और सोनम की शादी 11 मई को हुई थी और 10 दिन बाद ही हत्या की योजना बन चुकी थी। 23 मई को शिलांग के सोहरा क्षेत्र में राजा की निर्मम हत्या कर दी गई।

इंदौर से लेकर गाजीपुर तक पुलिस की पैनी निगरानी

हत्या के बाद सोनम 23 मई को गुवाहाटी से निकलकर इंदौर पहुंची, जहां वह अपने प्रेमी राज कुशवाहा से मिली। राज ने उसे एक किराए के कमरे में रुकवाया और फिर एक ड्राइवर की मदद से सोनम को उत्तर प्रदेश के गाजीपुर भिजवाया गया। पुलिस की लगातार निगरानी के चलते सोनम की गतिविधियां ट्रैक की गईं और अंततः उसने 4 जून को एक ढाबे पर सरेंडर कर दिया।

वारदात से पहले खरीदा गया हथियार

पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि हत्या से ठीक दो दिन पहले, 21 मई को सोनम ने तीन सुपारी किलर्स को गुवाहाटी बुलाया। वहां एक होटल के पास स्थित दुकान से ‘डाव’ नामक धारदार हथियार खरीदा गया। 23 मई को सुनसान इलाके में सोनम ने राजा को ले जाकर कातिलों को हमला करने का इशारा किया और राजा की जान ले ली गई।

अपराध छिपाने के लिए फैलाई गई उलझन

साजिश के तहत सोनम ने हत्या के बाद
जानबूझकर कुछ सबूत घटनास्थल पर छोड़े। खून से सनी शर्ट, दूर पड़ा रेनकोट, और घटनास्थल से अलग-अलग दिशाओं में मिले कपड़े – यह सब भटकाने की कोशिश थी। लेकिन पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज और स्कूटी राइडर से पूछताछ के जरिए इन टुकड़ों को जोड़ लिया।

प्यार के नाम पर की गई खौफनाक साजिश

पूरे मामले की तह में जाकर पुलिस ने यह निष्कर्ष निकाला कि हत्या का मकसद सिर्फ एक था – राजा को हटाकर प्रेमी राज कुशवाहा के साथ आज़ाद ज़िंदगी जीना। सोनम और राज के बीच अफेयर पहले से चल रहा था और राजा उनके रास्ते की सबसे बड़ी रुकावट बन गया था। अब सभी आरोपियों को शिलांग ले जाया जा रहा है, जहां पूछताछ का अगला दौर शुरू होगा।