‘स्वर्ग’ को बदनाम कर गई एक हनीमुन मिस्ट्री, “सुरक्षित मेघालय” का संदेश दे रहा पुलिस प्रशासन

यह साजिश कहीं भी रची जा सकती थी, लेकिन बदनाम सिर्फ मेघालय हुआ। राज्य के लोग अब एकजुट होकर दुनिया को बताना चाहते हैं कि मेघालय अभी भी वैसा ही है  खूबसूरत, शांतिपूर्ण और मेहमाननवाज़। मेघालय में हर साल लगभग 16 लाख से ज्यादा टूरिस्ट आते हैं। लेकिन सोनम की साजिश ने पूरे मेघालय के कई लोगों की रोजीरोटी छिन ली है। लेकिन मेघालय की पुलिस ने जिस तरह से केस की गुत्थी सुलझाई है उसने मेघालय पुलिस की सक्रियता के साथ मे मेघालय के सुरक्षित होने का आश्वसन एक बार फिर देश- विदेश के पर्यटकों को दिया है।
इसी संदेश के साथ शिलांग के रहवासियों ने राजा रघुवंशी का श्रदांजलि अर्पित की। लेकिन इस दौरान जो सामने आया था वह दर्द था रोजी-रोटी छिन जाने का…..सोनम की साजिशों ने मेघालय को बदनाम कर दिया है। जिससे यहां के पर्यटन को करारा झटका दिया है।

पूर्वोत्तर का स्वर्ग कहते हैं मेघालय
राजा रघुवंशी मर्डर केस ने केवल दो परिवारों की खुशियों को खत्म नहीं किया, बल्कि इसका गहरा असर उस धरती पर पड़ा जिसे लोग पूर्वोत्तर का स्वर्ग कहते हैं।   मेघालय, इंदौर से करीब 2200 किलोमीटर दूर बसा एक शांत और खूबसूरत राज्य है लेकिन एक साजिश ने पूरे मेघालय को हिला कर रख दिया, सोनम की रची साजिश किसी क्राइम थ्रिलर से कम नहीं लगती।

एक खून, कई जख्म
इस जघन्य वारदात का असर सिर्फ रघुवंशी परिवार तक सीमित नहीं रहा। इसने पूरे मेघालय को जैसे बदनाम कर दिया हो। एक साजिश के कारण लोगों में यह धारणा बन गई कि मेघालय अब सुरक्षित नहीं है। परिणामस्वरूप, टूरिज्म इंडस्ट्री को जोरदार झटका लगा। होटल्स की बुकिंग्स धड़ाधड़ कैंसिल होने लगीं, टूर गाइड्स खाली बैठे हैं, और टैक्सी ड्राइवरों की आमदनी पर ताला लग गया है।

होटल इंडस्ट्री की हालत खराब
शिलांग के कई होटल के मैनेजर बताते हैं कि इस मर्डर केस के बाद 5 से 10 प्रतिशत तक बुकिंग्स कैंसिल हो चुकी हैं। नई बुकिंग्स भी धीमी हैं। हम नुकसान झेल रहे हैं जबकि हम तो सिर्फ मेहमाननवाज़ी करते हैं।
मेघालय टूरिज्म फोरम के एग्जीक्यूटिव मेंबर मानते हैं कि यह एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना है, लेकिन इसकी आड़ में पूरे राज्य को असुरक्षित कहना सरासर गलत है। मेघालय एक बड़ा टूरिस्ट डेस्टिनेशन है। हर

टैक्सी ड्राइवरों की जुबानी
एक टैक्सी ड्राइवर ने मायूस होकर कहा,“सिर्फ दो बुकिंग कैंसिल हुई हैं, लेकिन हम जैसे लोगों के लिए यही बहुत बड़ा नुकसान है। हमारा रोज़गार ही टूरिज्म पर टिका है।”

जब भाई ने मांगी माफी
हत्याकांड के बाद सोनम के भाई गोविंद रघुवंशी ने गुस्से में मेघालय सरकार पर सवाल उठाए थे। लेकिन अब वे पछता रहे हैं। उन्होंने सार्वजनिक रूप से माफी मांगी और कहा,“मैंने गुस्से में आकर जो कुछ भी कहा, उसके लिए क्षमा चाहता हूं। मेघालय सरकार और यहां के लोगों की कोई गलती नहीं थी।”