नितिन खातरकर- पूरे जिले में महिला एवं बाल विकास परियोजना अधिकारी आमला सुर्खियों में है क्योंकि सीडीपीओ ओर लेखापाल बाबू ने मिलकर जमकर फर्जी बिल लगाकर लाखों के व्यारे न्यारे कर लिए है जिसकी शिकायत होने के बाद सीडीपीओ को निलंबित कर दिया गया था लेकिन लेखापाल बाबू को महिला बाल विकास के आला अधिकारी बचाने में लगे है क्योंकी शिकायत जिला कलेक्टर से लेकर भोपाल तक कि गई थी लेकिन उसके बाद भी बाबू पर कोई कार्यवाही नही की गई है।
जानकारी के अनुसार 12 अगस्त 2016 को बिल क्रमांक 1170 राशि 290 रुपये के बदले 8 हजार का बिल निकाला गया है जो कि फर्जी बिल के श्रेणी में आता है क्योंकि ऑटो मोबाइल की दुकान से वाहन सामग्री की खरीदी में फर्जी बिल लगाकर 8 हजार की राशि को बाबू ओर सीडीपीओ ने राशि का आहरण किया था जिसकी शिकायत के बाद सीडीपीओ को निलंबित किया गया लेकिन उक्त बाबू पर कोई कार्यवाही नही होना जांच संदेह के घेरे में है फिर भी अधिकारी बाबू के पक्ष में है बाबू को बचाने के लिए बाबू पर कोई कार्यवाही नही की जा रही है महेन्द्र सूर्यवंशी ने बताया कि महिला एव बाल विकास परियोजना आमला में पदस्थ बाबू पर कार्यवाही होना चाहिए क्योंकि उनके द्वारा फर्जी बिल लगाकर लाखों की राशि निकली है ।महेंद्र सूर्यवंशी ने जिला कलेक्टर से मांग की है कि उक्त बाबू पर कड़ी कार्यवाही की जाए।
इनका कहना
इस मामले में सीडीपीओ पर कारवाही की गई है बाबू की जांच जारी है
गौतम अधिकारी
जिला कार्यक्रम अधिकारी बैतुल