PM Modi ने नेतन्याहू से बात की, ईरान पर इजरायली हमलों के बाद स्थिरता बहाली का आह्वान किया

PM Modi spoke to Netanyahu called for restoring stability after Israeli attacks on Iran: ईरान और इजरायल के बीच बढ़ते तनाव के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से फोन पर बातचीत की। यह बातचीत इजरायल द्वारा ईरान के परमाणु और सैन्य ठिकानों पर किए गए बड़े पैमाने पर हमलों के बाद हुई, जिन्हें ऑपरेशन राइजिंग लायन नाम दिया गया है।

इजरायली प्रधानमंत्री कार्यालय के अनुसार, नेतन्याहू ने प्रधानमंत्री मोदी को इस सैन्य अभियान के उद्देश्यों की जानकारी दी और बताया कि ईरान के परमाणु कार्यक्रम से उत्पन्न खतरा इजरायल की सुरक्षा के लिए कितना गंभीर है। उन्होंने यह भी बताया कि ऑपरेशन के दौरान ईरान के कई शीर्ष सैन्य अधिकारी, जिनमें IRGC प्रमुख हुसैन सलामी शामिल थे, मारे गए और नतांज यूरेनियम संवर्धन संयंत्र जैसे कई प्रमुख परमाणु ठिकानों को तबाह किया गया।

PM Modi ने जताई चिंता

प्रधानमंत्री मोदी ने बातचीत के दौरान भारत की चिंता साझा करते हुए क्षेत्र में जल्द से जल्द शांति और स्थिरता की बहाली पर बल दिया। उन्होंने इस तनावपूर्ण परिस्थिति में संयम बरतने और तनाव को बढ़ने से रोकने की आवश्यकता को दोहराया।

नेतन्याहू बीते कुछ दिनों में कई वैश्विक नेताओं से संपर्क में हैं। जर्मन चांसलर, फ्रांस के राष्ट्रपति और अब भारत के प्रधानमंत्री से बात करने के बाद अब वे अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीयर स्टारमर से भी बातचीत करने वाले हैं।

इजरायल और ईरान के बीच हालिया सैन्य टकराव ने पूरी दुनिया को चिंतित कर दिया है। ईरान की ओर से इजरायल पर करीब 100 ड्रोन हमले किए गए, जिनमें से अधिकांश को इजरायली रक्षा बलों ने बीच में ही नष्ट कर दिया। इस अप्रत्याशित युद्ध के हालात के बीच अंतरराष्ट्रीय समुदाय में व्यापक प्रतिक्रिया देखने को मिली है।

संयुक्त राष्ट्र, यूरोपीय संघ और चीन सहित कई वैश्विक शक्तियों ने दोनों पक्षों से संयम बरतने की अपील की है। वहीं, ईरान ने अमेरिका पर इजरायल का समर्थन करने का आरोप लगाते हुए वाशिंगटन के साथ चल रही परमाणु वार्ताओं से औपचारिक रूप से हटने की घोषणा कर दी है।

हालांकि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि अमेरिका इस ऑपरेशन में प्रत्यक्ष रूप से शामिल नहीं था, लेकिन उन्होंने इजरायल की कार्रवाई की प्रशंसा की और ईरान को चेतावनी दी कि यदि वह परमाणु समझौते को लेकर सहयोग नहीं करता, तो गंभीर परिणाम भुगतने होंगे।