Sonam Raghuvanshi Case: राजा रघुवंशी की हत्या के बाद सोनम रघुवंशी ने इंदौर में 26 मई से 7 जून तक डेरा जमाया था। शुरुआत में 26 से 29 मई तक वह स्कीम 114 स्थित एक होटल में ठहरी। इसके बाद 30 मई से 8 जून तक उसी क्षेत्र की एक बिल्डिंग में उसने नाम बदलकर रहना शुरू किया। यह बिल्डिंग देवास नाका क्षेत्र में स्थित है और इसका मालिक ग्वालियर निवासी लोकेंद्र सिंह तोमर है।
हत्या के आरोपी विशाल ने अपने नाम पर लिया किराए का फ्लैट
बिल्डिंग को लीज पर लेने वाले शिलाम जेम्स ने बताया कि फ्लैट विशाल चौहान के नाम से किराए पर लिया गया था। 30 मई को उसने 3 महीने का एडवांस किराया यानी 51 हजार रुपए जमा किए थे। जेम्स का दावा है कि उन्हें सोनम के वहां रहने की जानकारी नहीं थी।
एग्रीमेंट भी विशाल के नाम, दो महीने का डिपॉजिट जमा
जेम्स ने यह भी बताया कि फ्लैट का एग्रीमेंट विशाल चौहान के नाम से किया गया था। 29 मई की शाम को विशाल ने 17 हजार रुपए महीने की दर से एक महीने का किराया और दो महीने का डिपॉजिट जमा किया था। कुल मिलाकर उसने 51 हजार रुपए एडवांस दिए थे।
शादी के बाद 11 दिन में सामने आया मर्डर का सच
राजा रघुवंशी और सोनम ने 11 मई को शादी की थी और 21 मई को दोनों शिलांग गए थे। 23 मई को आखिरी बार राजा ने परिवार से बात की थी। फिर 2 जून को राजा का शव खाई में मिला। सोनम 9 जून को गाजीपुर के एक ढाबे पर मिली, जिसके बाद पूरे हत्याकांड का पर्दाफाश हुआ।
इंटीरियर डिजाइनर बनकर आया विशाल, झांसे में रखा मालिक
जेम्स ने बताया कि विशाल खुद को इंटीरियर डिजाइनर बताकर फ्लैट लेने आया था। उसने कहा था कि वह स्टील और प्लायवुड का काम करता है और वर्तमान मकान मालिक से विवाद के चलते नया ठिकाना ढूंढ रहा है।
विशाल का दावा – परिवार भी कभी-कभी आएगा
चाबी देते समय जब जेम्स ने पूछा कि इस फ्लैट में कौन रहेगा, तो विशाल ने कहा था कि कभी-कभी उसकी बहन और माता-पिता भी आ सकते हैं। जेम्स ने साफ कहा था कि किसी भी प्रकार की अवैध या परेशानी वाली गतिविधि न हो। विशाल ने भरोसा दिया था कि ऐसा कुछ नहीं होगा।
राजा रघुवंशी मर्डर केस के पांच आरोपी गिरफ्तार
9 जून को सोनम गाजीपुर के एक ढाबे पर देखी गई थी, जहां से पुलिस ने उसे हिरासत में लिया और वन स्टॉप सेंटर भेजा। 15 घंटे की पूछताछ के बाद कोर्ट ने उसे 3 दिन की ट्रांजिट रिमांड पर मेघालय पुलिस को सौंपा।
इंदौर से चार और आरोपी गिरफ्तार, शिलांग भेजे गए
इसी दिन मेघालय पुलिस ने इंदौर से चार अन्य आरोपियों – राज कुशवाह, विशाल चौहान, आकाश राजपूत और आनंद कुर्मी को गिरफ्तार किया। 10 जून को पांचों को शिलांग ले जाया गया और 11 जून को कोर्ट ने सभी को 8 दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया।
हत्या के बाद 11 किमी दूर मिले थे सभी आरोपी
पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि राजा रघुवंशी की हत्या के बाद सभी आरोपी घटनास्थल से करीब 11 किलोमीटर दूर एक स्थान पर इकट्ठा हुए थे, जहां से उनके भागने की योजना बनी थी।