ICC बाउंड्री कैच : हाल ही में ICC बाउंड्री लाइन पर कैच पकड़ने के नियमों मे बड़ा बदलाव किया गया है। बता दें कि पहले फील्डर बाउंड्री लाइन पर खड़े होकर गेंद को हवा में उछाल देते थे। इसके बाद बाउंड्री लाइन के बाहर जाकर गेंद को हवा में फेंकते थे और उस वक्त उनके पैर भी हवा में रहते थे। तब गेंद तब तक हवा में ही रहती थी। इसके बाद फील्डर्स कूदकर बाउंड्री लाइन के अंदर आकर कैच पूरा कर लेते थे।
लेकिन अब नियमों मे बदलाव के तहत अब फील्डर गेंद को बाउंड्री लाइन के बाहर जाने के बाद केवल एक बार ही हवा में उछाल सकते हैं। यानी के गेंद को बाउंड्री लाइन के बाहर हवा में उछालने के बाद उसको सीधे बाउंड्री लाइन के अंदर जंप करना होगा। तभी कैच मान्य होगा। अन्यथा कैच मान्य नहीं होगा।
आपको बता दें कि ये नया नियम श्रीलंका-बांग्लादेश टेस्ट से पहले ही लागू किया जाएगा। ये बदलाव मेलबर्न क्रिकेट क्लब (MCC) 2026 अक्टूबर 2026 से शामिल करेगा, जबकि ICC अगले महीने से इस नियम को शामिल कर लेगा।बड़ी बात ये है कि क्रिकेट के इतिहास में हमेशा से ही बाउंड्री कैचों से खेल का रोमांच बढ़ जाता है। बाउंड्री कैच का खेल में रोमांच बढ़ाने के लिए खास स्थान रहा है। क्योंकि कैच ना केवल मैच का रुख पलट देते है, बल्कि दर्शकों को भी अपनी सीट से उछलने पर मजबूर कर देते है।
गौरतलब है कि कुछ बाउंड्री कैच तो इतने यादगार बन जाते है कि उन्हे भूलना दर्शको के लिए ना मुमकिन हो जाता है। टी-20 विश्व कप फाइनल में सूर्यकुमार यादव का कैच आखिर कोई कैसे भूल सकता है। लेकिन अब नए नियमों के तहत बदलाव होने से ये अनुमान लगाया जा रहा है कि बाउंड्री पर जाने वाले कैच अब छक्के में बदलते नजर आएंगे।