गर्मी अपने पूरे उफान पर है। बाहर का तापमान 45 डिग्री सेल्सियस तक जा रहा है। लू के थपेड़े शरीर को जला रहे हैं। ऐसे में घर या दफ्तर का एयर कंडीशनर (AC) किसी राहत से कम नहीं लगता। लेकिन अगर आप AC को जरूरत से ज्यादा ठंडा कर देते हैं तो ये राहत कई बार सेहत के लिए नुकसानदेह भी बन सकती है। साथ ही बिजली का बिल भी जेब पर भारी पड़ सकता है।
सरकार ला रही है नया नियम
गर्मी के इसी कहर को देखते हुए केंद्र सरकार ने एक बड़ा कदम उठाया है। केंद्रीय आवास एवं शहरी कार्य मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने हाल ही में ऐलान किया है कि देशभर में AC के तापमान का एक स्टैंडर्ड लिमिट लागू किया जाएगा। इस नियम के तहत कोई भी व्यक्ति AC का तापमान 20 डिग्री से नीचे या 28 डिग्री से ऊपर नहीं कर सकेगा। यानी अब आप 18 या 19 डिग्री पर AC नहीं चला पाएंगे।
डॉक्टर क्या कहते हैं?
इंद्रप्रस्थ अपोलो अस्पताल के वरिष्ठ डॉक्टर सुरंजीत चटर्जी बताते हैं कि बहुत कम तापमान पर AC चलाना शरीर के लिए नुकसानदेह हो सकता है। जब कोई व्यक्ति 18-19 डिग्री वाले ठंडे कमरे से अचानक 45 डिग्री वाली तेज धूप में जाता है तो शरीर को तापमान के इस बड़े फर्क से झटका लगता है। इससे सर्दी-जुकाम, गले में खराश, थकावट, सांस लेने में परेशानी और अंगों पर अतिरिक्त दबाव जैसे दिक्कतें हो सकती हैं। डॉ. चटर्जी के मुताबिक, AC का आदर्श तापमान 22 से 24 डिग्री के बीच होना चाहिए। इस तापमान पर शरीर को आराम भी मिलता है और सेहत पर भी बुरा असर नहीं पड़ता। तापमान का इतना ज्यादा फर्क नहीं होना चाहिए कि शरीर एडजस्ट ही न कर सके।
कमरे की दिशा और बीमारियों का असर
दिल्ली के पल्मनोलॉजिस्ट डॉ. विभु कावात्रा बताते हैं कि हर कमरे की स्थिति अलग होती है। अगर कमरा सूरज की सीधी रोशनी में है तो उसमें थोड़ा ठंडा तापमान रखना ठीक हो सकता है। लेकिन बहुत ठंडे कमरे में सोना कुछ लोगों के लिए परेशानी भी बन सकता है। खासकर जिन लोगों को सांस, एलर्जी या अन्य श्वसन संबंधी बीमारियां हैं, उन्हें AC का तापमान बहुत कम नहीं रखना चाहिए। डॉ. कावात्रा के अनुसार, बाहर और कमरे के तापमान का अंतर जितना कम होगा, शरीर के लिए उतना ही अच्छा रहेगा। इससे सर्दी-जुकाम और बाकी समस्याओं से भी बचाव होगा।
बिजली का बिल भी रहेगा काबू में
कम तापमान पर AC चलाने से न केवल सेहत पर असर पड़ता है बल्कि बिजली का बिल भी तेजी से बढ़ जाता है। हर एक डिग्री तापमान बढ़ाने पर लगभग 6 से 8 प्रतिशत बिजली की बचत होती है। यानी अगर आप 22 या 24 डिग्री पर AC चलाएंगे तो सेहत भी बचेगी और जेब पर भी बोझ कम होगा।