मध्य प्रदेश में आसमानी बिजली ने मचाई तबाही, चरवाहे, छात्र और बेजुबान बकरियां सबकी मौत, खबर सुनकर रोंगटे खड़े हो जाएंगे!

मध्य प्रदेश में बीते कुछ दिनों से भारी बारिश और तेज आंधी-तूफान का कहर जारी है। इस बीच आसमानी बिजली की चपेट में आने से इंसानों और जानवरों की मौत की कई घटनाएं सामने आई हैं। पन्ना, ग्वालियर और छतरपुर जिलों से जो खबरें आई हैं, वे दिल दहला देने वाली हैं।

चरवाहे की मौके पर मौत

पन्ना जिले के राजापुर सुनहरा गांव में 50 वर्षीय जनकी पाल नामक एक चरवाहा बकरियां चरा रहा था, तभी अचानक आसमान से बिजली गिरी और वह मौके पर ही दम तोड़ बैठा। स्थानीय लोगों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी, जिसने पहुंचकर शव को कब्जे में लिया और आवश्यक कार्रवाई शुरू की। जनकी पाल की मौत से गांव में शोक की लहर है।

छात्रा पढ़ाई कर रही थी, बिजली ने ली जान

इसी दिन एक और दुखद हादसा डबरा के पहाड़ी गांव (ग्वालियर क्षेत्र) में हुआ, जहां 15 वर्षीय छात्रा विकेश परिहार छत पर बैठकर पढ़ाई कर रही थी। तेज तूफान और बारिश के बीच बिजली उसके ऊपर गिर गई। परिवार वाले तुरंत उसे डबरा सिविल अस्पताल लेकर पहुंचे, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। छात्रा के असमय निधन से पूरे गांव में मातम छा गया है।

बकरियों की मौत और महिलाएं झुलसीं

एक और घटना छतरपुर जिले के सर्सेड गांव (हरपालपुर थाना क्षेत्र) से आई है, जहां आसमानी बिजली गिरने से 6 बकरियों की मौके पर मौत हो गई और 2 महिलाएं घायल हो गईं। बारिश के दौरान बकरियां एक पेड़ के नीचे खड़ी थीं। द्रौपदी यादव और राजवती यादव नामक महिलाएं उन्हें झोपड़ी में बांध रही थीं तभी बिजली गिर गई। महिलाएं बुरी तरह झुलस गईं, लेकिन उनकी जान बच गई।

मौसम विभाग की चेतावनी

भारतीय मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि 15-16 जून तक प्रदेश के कई हिस्सों में तेज बारिश और बिजली गिरने की घटनाएं हो सकती हैं। लोगों से अपील की गई है कि वे बारिश के दौरान खुले में न जाएं और पेड़ों या खुले मैदानों से दूर रहें। इन घटनाओं ने एक बार फिर दिखा दिया कि प्रकृति की ताकत का सामना करना आसान नहीं। थोड़ी सी लापरवाही जानलेवा साबित हो सकती है। सतर्क रहना ही बचाव का सबसे अच्छा तरीका है।