Ahmedabad Plane Crash : 12 जून को गुजरात के अहमदाबाद में हुई भयावह विमान दुर्घटना ने पूरे देश को शोक में डुबो दिया है। एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171 हादसे का शिकार हो गई, जिसमें अब तक कुल 275 लोगों की मृत्यु की पुष्टि हुई है। मरने वालों में 241 यात्री और बीजे मेडिकल कॉलेज हॉस्टल के 34 डॉक्टर, छात्र और कर्मचारी शामिल हैं। हादसे के बाद विमान का मलबा अभी भी हटाया जा रहा है और जांच की प्रक्रिया तेजी से जारी है।
जांच की जिम्मेदारी AAIB के कंधों पर
हादसे की गंभीरता को देखते हुए अब सभी की निगाहें एयरक्राफ्ट एक्सिडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (AAIB) पर टिकी हैं। यह संस्था नागरिक उड्डयन मंत्रालय के अधीन एक स्वतंत्र जांच एजेंसी है, जो डीजीसीए से अलग कार्य करती है। फिलहाल विमान का डाटा रिकॉर्डर और ब्लैक बॉक्स AAIB द्वारा जब्त किया जा चुका है, जिसकी बारीकी से जांच की जा रही है।
एयर इंडिया और टाटा समूह ने की आर्थिक सहायता की घोषणा
एयर इंडिया ने हादसे पर गहरा शोक जताते हुए मृतकों के परिजनों और घायलों को 25-25 लाख रुपये की अंतरिम सहायता देने की घोषणा की है। यह सहायता टाटा समूह द्वारा पहले से घोषित 1-1 करोड़ रुपये के मुआवजे के अतिरिक्त होगी। एयर इंडिया ने सोशल मीडिया पर लिखा कि वे पीड़ित परिवारों के साथ पूरी तरह खड़े हैं और हर संभव सहायता दे रहे हैं।
CEO कैंपबेल विल्सन का बयान
एयर इंडिया के CEO कैंपबेल विल्सन ने बताया कि कंपनी की टीमें स्थानीय प्रशासन और एजेंसियों के साथ मिलकर पीड़ित परिवारों की सहायता कर रही हैं। उन्होंने कहा कि एयरलाइन ने अपने सभी बोइंग 787 विमानों की सुरक्षा जांच शुरू कर दी है ताकि भविष्य में ऐसी कोई दुर्घटना न हो।
IMA ने टाटा संस को किया भावुक अपील
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने टाटा संस के चेयरमैन एन. चंद्रशेखरन को पत्र भेजकर इस दुर्घटना पर गहरी संवेदना व्यक्त की। पत्र में कहा गया कि मेडिकल समुदाय को जो नुकसान हुआ है, उसकी भरपाई असंभव है। IMA ने टाटा समूह से आग्रह किया कि सभी पीड़ित परिवारों को आर्थिक सहायता प्रदान कर संवेदना की मिसाल पेश करें।
मलबे से मिला एक और शव, एयर होस्टेस की आशंका
शनिवार को बीजे मेडिकल कॉलेज हॉस्टल परिसर में विमान के मलबे से एक और शव बरामद हुआ है। यह शव विमान की टेल सेक्शन में फंसा हुआ था। संभावना है कि यह एयर होस्टेस का शव हो सकता है। शव की पहचान के लिए पोस्टमार्टम और डीएनए जांच की जा रही है।
इस दुर्घटना में केवल एक व्यक्ति, ब्रिटिश नागरिक विश्वासकुमार रमेश, चमत्कारिक रूप से जीवित बच पाया। यह एक अत्यंत दुर्लभ और भावुक क्षण रहा जब बचावकर्मियों ने उसे विमान के मलबे से सुरक्षित बाहर निकाला।
पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी की भी गई जान
इस हादसे में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी का भी निधन हो गया। वह अपनी पत्नी को लाने के लिए लंदन जा रहे थे, जो पिछले 6 महीनों से वहां रह रही थीं। रूपाणी का नाम यात्री सूची में 12वें स्थान पर था और उनका सीट नंबर 2D था। उनके निधन से राजनीतिक और सामाजिक जगत में शोक की लहर फैल गई है।