Shubman Gill को इंग्लैंड में इस तरह करनी चाहिए बल्लेबाजी, दादा ने दी सलाह

Sourav Ganguly suggests how Shubman Gill should approach batting in England: भारतीय क्रिकेट टीम के नए टेस्ट कप्तान शुभमन गिल के सामने 20 जून, 2025 से शुरू होने वाली इंग्लैंड के खिलाफ पांच टेस्ट मैचों की सीरीज में एक बड़ी चुनौती है। 25 वर्षीय पंजाब के इस बल्लेबाज ने 32 टेस्ट मैचों में 35.06 की औसत से रन बनाए हैं, लेकिन इंग्लैंड में उनका प्रदर्शन निराशाजनक रहा है, जहां छह पारियों में उनकी औसत मात्र 14.66 है। पूर्व भारतीय कप्तान और बीसीसीआई के पूर्व अध्यक्ष सौरव गांगुली ने गिल को इस बहुप्रतीक्षित सीरीज से पहले शुभकामनाएं दीं और इंग्लिश परिस्थितियों में बल्लेबाजी के लिए महत्वपूर्ण सलाह साझा की।

Shubman Gill को इस तरह करनी चाहिए बैटिंग

गांगुली ने रेवस्पोर्ट्ज से बातचीत में कहा, “मैं गिल को शुभकामनाएं देता हूं। मुझे यकीन है कि वह अपनी टेस्ट बल्लेबाजी पर काम कर सकते हैं। वह एक शीर्ष क्रम के बल्लेबाज हैं।” उन्होंने गिल को याद दिलाया कि इंग्लैंड की परिस्थितियां आसान नहीं होंगी, जहां गेंद स्विंग और सीम करती है। गांगुली ने कहा, “ये ऐसी परिस्थितियां नहीं हैं जहां आप बस लाइन में शॉट खेल सकते हैं। नई गेंद के साथ गेंद स्विंग और सीम करेगी। हो सकता है कि भारत 10 रन पर 2 विकेट खो दे और गिल को नई गेंद का सामना करना पड़े। ऐसे में उनकी बल्लेबाजी का तरीका अलग होना चाहिए।”

Shubman Gill को मिली दादा से सलाह

गांगुली ने Shubman Gill को सलाह दी कि उन्हें स्विंग और सीम गेंदों के खिलाफ अपनी रक्षात्मक तकनीक को मजबूत करना होगा और ऑफ-स्टंप के बाहर की गेंदों को छोड़ने की कला सीखनी होगी। उन्होंने कहा, “गिल को इन परिस्थितियों में अधिक रन बनाने की जरूरत है, जब गेंद स्विंग और सीम कर रही हो। नई गेंद के साथ शुरूआत में बल्लेबाजी मुश्किल होगी। 100 रन पर 2 विकेट और 20 रन पर 4 विकेट की स्थिति में बल्लेबाजी पूरी तरह अलग होती है। इसलिए उन्हें अपनी रक्षा को मजबूत करना होगा और ऑफ-स्टंप के बाहर की गेंदों को छोड़ना सीखना होगा।”

यह सीरीज भारतीय टीम के लिए एक नए युग की शुरुआत है, क्योंकि विराट कोहली, रोहित शर्मा और रविचंद्रन अश्विन जैसे दिग्गजों ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले लिया है। अश्विन ने बॉर्डर-गावस्कर सीरीज के बीच में संन्यास लिया, जबकि रोहित और कोहली ने क्रमशः 7 मई और 12 मई, 2025 को अपने टेस्ट करियर को अलविदा कहा। गांगुली ने इस बदलाव पर आश्चर्य जताते हुए कहा, “कोई कोहली नहीं, कोई रोहित शर्मा नहीं, कोई अजिंक्य रहाणे नहीं… यह वाकई आश्चर्यजनक है कि इतने कम समय में चीजें इतनी तेजी से बदल गईं।”