महाराष्ट्र सरकार का राहत ऐलान, पुणे हादसे के पीड़ित परिवारों को मिलेगा 5 लाख रुपए का मुआवज़ा

महाराष्ट्र के पुणे जिले में एक दर्दनाक हादसा सामने आया है, जहां तालेगांव के पास इंद्रायणी नदी पर बना एक पुल अचानक ढह गया। इस हादसे में कई लोगों की जान चली गई और दर्जनों घायल हो गए। महाराष्ट्र सरकार ने इस त्रासदी पर त्वरित संज्ञान लेते हुए राहत और मुआवजे की घोषणा की है।

मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा है कि हादसे में जान गंवाने वाले प्रत्येक व्यक्ति के परिजनों को राज्य सरकार की ओर से 5 लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी। इसके साथ ही घायलों के इलाज का पूरा खर्च भी सरकार द्वारा वहन किया जाएगा।

राहत कार्य में जुटीं CRPF और NDRF की टीमें

घटना की जानकारी मिलते ही राहत एवं बचाव कार्य तेजी से शुरू कर दिए गए। सीआरपीएफ के डीआईजी वैभव निंबालकर ने बताया कि बिना किसी आदेश का इंतजार किए, तालेगांव स्थित सीआरपीएफ की टीमें तुरंत मौके पर भेज दी गईं। इसके बाद एनडीआरएफ की दो टीमें भी घटनास्थल पर पहुंचीं और राहत कार्य शुरू किया। उन्होंने बताया कि हमारी प्राथमिक जिम्मेदारी स्थानीय प्रशासन की मदद करना, भीड़ को नियंत्रित करना और राहत अभियान में सहयोग करना है।

40 लोग अस्पताल में भर्ती, बचाव कार्य जारी

डीआईजी निंबालकर के मुताबिक, अब तक 40 से अधिक घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया है, जहां उनका इलाज जारी है। राहत कार्य में सीआरपीएफ की एक कंपनी और एनडीआरएफ की दो टीमें मुस्तैदी से जुटी हुई हैं। अधिकारियों का कहना है कि घायलों की स्थिति पर नजर रखी जा रही है और जरूरत के अनुसार चिकित्सा सहायता उपलब्ध कराई जा रही है।

4 शव बरामद, 250 से अधिक जवान बचाव में तैनात

पुणे के जिला कलेक्टर जितेंद्र डूडी ने जानकारी दी कि अभी तक घटनास्थल से 4 शव बरामद किए जा चुके हैं। मौके पर लगभग 250 सुरक्षा कर्मी राहत और बचाव कार्य में लगे हुए हैं। उन्होंने बताया कि हमारी टीमें लगातार पूरे क्षेत्र को खंगाल रही हैं ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि कोई भी व्यक्ति मलबे में फंसा न रह जाए। ऑपरेशन तब तक जारी रहेगा जब तक संपूर्ण क्षेत्र की जांच नहीं हो जाती।

सरकार और प्रशासन अलर्ट मोड पर

इस हादसे के बाद सरकार और प्रशासन पूरी तरह अलर्ट मोड पर आ गए हैं। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि राहत कार्यों में किसी भी प्रकार की ढिलाई नहीं होनी चाहिए। पूरे राज्य से इस दुर्घटना को लेकर शोक और संवेदना की लहर दौड़ गई है।