Eng Vs Ind: पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान माइकल क्लार्क का मानना है कि भारतीय टेस्ट टीम भले ही अपने कुछ दिग्गज खिलाड़ियों के बिना इंग्लैंड दौरे पर जा रही हो, लेकिन यह “सुरक्षित हाथों” में है और सीरीज जीतने के लिए इसमें “पर्याप्त प्रतिभा” मौजूद है। हालांकि, उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि युवा खिलाड़ियों का प्रदर्शन इंग्लैंड की चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में निर्णायक होगा।
20 जून से हेडिंग्ले में शुरू होने वाली पांच टेस्ट मैचों की सीरीज (Eng Vs Ind) से ठीक पहले भारतीय टेस्ट क्रिकेट एक नए युग में प्रवेश कर रहा है। बल्लेबाजी के दो दिग्गज, रोहित शर्मा और विराट कोहली ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले लिया है। इसके अलावा, अनुभवी ऑफ-स्पिनर रविचंद्रन अश्विन, जिन्होंने हाल ही में बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के दौरान संन्यास लिया, और तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी, जो चोट के कारण इस सीरीज से बाहर हैं, भी टीम का हिस्सा नहीं होंगे।
शुभमन गिल को टेस्ट टीम का नया कप्तान बनाया गया है, जबकि ऋषभ पंत उप-कप्तान की भूमिका निभाएंगे। इसके साथ ही, भारत के प्रमुख तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह की उपलब्धता भी एक चुनौती है, क्योंकि वह पांच में से केवल तीन टेस्ट मैच खेल सकते हैं। हालांकि, उनके किन मैचों में खेलने का फैसला अभी तय नहीं हुआ है।
क्लार्क ने रेवस्पोर्ट्ज से बातचीत में कहा, “मैं भारत को जीत का दावेदार मानता हूं, लेकिन यह टीम मेरी अपेक्षा से कम अनुभवी है। रोहित और कोहली का न होना एक बड़ा झटका है। लेकिन खिलाड़ियों का आना-जाना और संन्यास खेल का हिस्सा है। नया कप्तान भारत के लिए नकारात्मक नहीं है। संन्यास नए खिलाड़ियों के लिए अवसर खोलता है।”
उन्होंने भारतीय गेंदबाजी आक्रमण को लेकर चिंता जताई। क्लार्क ने कहा, “मेरी सबसे बड़ी चिंता भारतीय गेंदबाजी है। बुमराह पूरे पांच टेस्ट नहीं खेल सकते। उनके लिए मैचों का चयन महत्वपूर्ण होगा। अगर भारत शुरुआती तीन टेस्ट जीत लेता है, तो आखिरी दो टेस्ट अप्रासंगिक हो सकते हैं, लेकिन मुझे ऐसा होता नहीं दिखता। शमी का न होना भी बड़ा नुकसान है। ऑस्ट्रेलिया सीरीज में उनकी कमी खली थी, और अगर वह फिट बुमराह के साथ होते, तो नतीजा अलग हो सकता था।”
भारत ने इस सीरीज (Eng Vs Ind) के लिए कई नए चेहरों को मौका दिया है। साई सुदर्शन, अभिमन्यु ईश्वरन, नीतीश कुमार रेड्डी, अर्शदीप सिंह और यशस्वी जायसवाल इंग्लैंड में अपना टेस्ट डेब्यू करेंगे। गेंदबाजी में बुमराह के साथ प्रसीद कृष्णा, मोहम्मद सिराज, आकाश दीप और अर्शदीप सिंह तेज आक्रमण को मजबूती देंगे। वहीं, बाएं हाथ के कलाई के स्पिनर कुलदीप यादव प्रमुख स्पिन विकल्प होंगे, जिन्हें क्लार्क ने भारत का “एक्स-फैक्टर” करार दिया।
क्लार्क ने आगे कहा, “भारत के पास अपार प्रतिभा है। प्रतिभा के मामले में भारत हमेशा मजबूत रहेगा। सवाल यह है कि ये युवा खिलाड़ी कितनी जल्दी अपनी छाप छोड़ते हैं। इंग्लैंड में पांच टेस्ट खेलना आसान नहीं है, और खिलाड़ियों को इसकी चुनौतियों के लिए तैयार रहना होगा।”