पुणे हादसा: पुल की देरी पर उठे सवाल, BJP नेता ने जांच की मांग की

पुणे हादसा : महाराष्ट्र में भाजपा नेता और पूर्व मंत्री रवींद्र चव्हाण ने पुणे में इंद्रायणी नदी पर नए पुल के निर्माण में देरी को लेकर जांच की मांग की है। उन्होंने कहा कि पिछली सरकार के समय अक्टूबर 2024 में नए पुल के लिए 8 करोड़ रुपये मंजूर किए गए थे, फिर भी अब तक काम शुरू क्यों नहीं हुआ, यह सवाल उठना चाहिए। रविवार को कुंदमाला इलाके में 1993 में बना पुराना पुल गिर गया। यह पुल इस्तेमाल के लायक नहीं था, लेकिन चेतावनी बोर्ड को नजरअंदाज कर 100 से ज्यादा लोग उस पर चढ़ गए, जिससे हादसा हुआ।

पुल निर्माण में देरी करने वाले अधिकारियों पर गिरेगी गाज

रवींद्र चव्हाण ने कहा कि मौजूदा पुल काफी पुराना और असुरक्षित था। उन्होंने पीडब्ल्यूडी मंत्री शिवेंद्रराजे भोसले से हादसे की जांच कराने का आग्रह किया है। चव्हाण ने कहा कि फंड मिलने के बाद भी पुल निर्माण शुरू क्यों नहीं हुआ, इसकी जांच होगी और अगर कोई अधिकारी जानबूझकर देरी का दोषी पाया गया तो उस पर कार्रवाई होगी।

पुल निर्माण में देरी और अनदेखी पर उठे सवाल

पुणे कलेक्टर जितेंद्र डूडी ने कहा कि टूटे पुल की जगह नया पुल बनाने के लिए कुछ महीने पहले टेंडर निकाला गया था और एक हफ्ता पहले कार्य आदेश जारी हुआ। काम जल्द शुरू होने वाला है। सामाजिक कार्यकर्ता विजय कुंभार ने आरोप लगाया कि कार्य आदेश पर तारीख हाथ से लिखी गई है, जिससे शक होता है कि हादसे के बाद पिछली तारीख में आदेश दिखाया गया। मंत्री गिरीश महाजन ने कहा कि ज्यादा भीड़ के कारण पुल गिरा।

पुणे हादसे के बाद पीएम मोदी ने फडणवीस से ली जानकारी

महाराष्ट्र के पुणे जिले में इंद्रायणी नदी पर पुल गिरने से चार लोगों की मौत हो गई और 50 से ज्यादा लोग घायल हुए। हादसे के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से बात कर जानकारी ली। पुणे कलेक्टर जितेंद्र डूडी ने बताया कि इलाके में भारी बारिश के कारण नदी उफान पर थी। लोग पिकनिक मनाने वहां आते हैं। सरकार हादसे के समय पुल पर मौजूद लोगों की संख्या का पता लगा रही है।