प्रफुल्ल पटेल : एनसीपी नेता और पूर्व केंद्रीय विमानन मंत्री प्रफुल्ल पटेल ने एअर इंडिया विमान हादसे के बाद सिंगापुर एयरलाइंस की चुप्पी पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने एक्स पोस्ट के ज़रिए प्रधानमंत्री कार्यालय, नागरिक उड्डयन मंत्री नायडू और राज्य मंत्री मुरलीधर मोहोल को टैग कर अपनी बात रखी। पटेल ने कहा कि सिंगापुर एयरलाइंस, एअर इंडिया की एक अहम साझेदार होने के बावजूद चुप क्यों है, यह हैरानी की बात है। उन्होंने एअर इंडिया और सिंगापुर एयरलाइंस के बीच हुए एक संवेदनशील समझौते का भी जिक्र किया और मामले में पारदर्शिता की जरूरत बताई।
विमान दुर्घटना पर जांच समिति का गठन
जून को दोपहर करीब 1:38 बजे अहमदाबाद के मेघाणीनगर में एअर इंडिया की बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर फ्लाइट हादसे का शिकार हो गई थी। इस विमान में गुजरात के पूर्व सीएम विजय रूपाणी सहित 242 लोग सवार थे, जिनमें 230 यात्री और 12 क्रू सदस्य थे। केवल विश्वास कुमार रमेश को बचाया जा सका। हादसे की जांच के लिए गृह सचिव की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय समिति बनाई गई है, जो तीन महीने में रिपोर्ट देगी।
एअर इंडिया के बड़े विमानों का रखरखाव सिंगापुर एयरलाइंस के अधीन
पूर्व केंद्रीय विमानन मंत्री और राज्यसभा सांसद प्रफुल्ल पटेल ने एअर इंडिया हादसे को लेकर सिंगापुर एयरलाइंस की चुप्पी पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि हादसे के एक हफ्ते बाद भी सिंगापुर एयरलाइंस की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई। जबकि उसके पास एअर इंडिया के वाइड-बॉडी विमानों की देखभाल की जिम्मेदारी है।
प्रफुल्ल पटेल ने एअर इंडिया हादसे पर सिंगापुर एयरलाइंस की चुप्पी को गंभीर बताया। उन्होंने कहा कि सिंगापुर एयरलाइंस और एअर इंडिया के बीच कोडशेयर समझौता है और एअर इंडिया के सीईओ कैंपबेल विल्सन को भी सिंगापुर एयरलाइंस ने ही चुना था। वे पहले स्कूट एयरलाइंस के सीईओ रह चुके हैं। फिर ऐसी चुप्पी क्यों?
PMO को टैग कर पूर्व केंद्रीय मंत्री ने मांगा जवाब
प्रफुल्ल पटेल ने कहा कि एअर इंडिया में 25.1% हिस्सेदारी और बोर्ड में प्रतिनिधित्व होने के बावजूद सिंगापुर एयरलाइंस की चुप्पी चिंता का विषय है। उन्होंने इसके IATA कोड ‘SQ’ का ज़िक्र करते हुए सवाल किया कि कंपनी अब तक क्यों कुछ नहीं बोल रही है। अपने पोस्ट में उन्होंने प्रधानमंत्री कार्यालय, विमानन मंत्रालय, DGCA, एअर इंडिया और सिंगापुर एयरलाइंस को टैग किया।