ये भिखारी नहीं, करोड़पति है! MP में मिला ऐसा शख्स जिसके पास 30 हजार पेंशन और 10 लाख का बैंक बैलेंस, चौंका देगी सच्चाई!

Indore Viral News: मध्य प्रदेश के इंदौर शहर से हाल ही में एक ऐसी सच्ची कहानी सामने आई है, जिसे सुनकर कोई भी हैरान रह जाएगा। ये कहानी एक ऐसे भिखारी की है जो सड़क किनारे मंदिर के बाहर बैठकर भीख मांगता था, लेकिन उसकी असल पहचान जानकर हर कोई दंग रह गया। ये मामला इंदौर के राजबाड़ा इलाके का है, जहां एक बुजुर्ग व्यक्ति हर दिन लक्ष्मी मंदिर के बाहर शांत होकर बैठता था और कुछ पैसे मांगता था। आम लोगों के लिए वो एक साधारण भिखारी था, लेकिन उसके भीतर एक अलग ही दुनिया छिपी थी।

जब प्रशासन ने उठाया, तब खुला राज
15 अप्रैल को जब प्रशासन ने ‘इंदौर को भिक्षावृत्ति से मुक्त’ अभियान चलाया, तब टीम ने इस बुजुर्ग को भी वहां से उठाकर उज्जैन के सेवाधाम आश्रम पहुंचाया। उनका नाम है देवव्रत चौधरी। शुरुआत में जब आश्रम के लोग उन्हें जानने की कोशिश कर रहे थे, तब उनकी जेब में केवल 10 रुपये मिले। लेकिन जैसे-जैसे बात आगे बढ़ी, देवव्रत जी ने जो अपनी कहानी सुनाई, वो किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं थी।

पढ़ाई में टॉप, जीवन में उतार-चढ़ाव
देवव्रत चौधरी ने इंदौर के प्रतिष्ठित SGITS कॉलेज से मैकेनिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की थी। पढ़ाई के दौरान वे कॉलेज के प्रेसिडेंट भी रहे। उन्होंने मुंबई की कई बड़ी कंपनियों में बतौर इंजीनियर काम किया। उन्होंने खुद बताया कि वो विनोबा भावे के साथ काम करते हुए 11 गांवों में गैस प्लांट लगाने जैसे प्रोजेक्ट्स में भी शामिल थे।

इतना ही नहीं, आज भी उनके बैंक अकाउंट में करीब 10 लाख रुपये जमा हैं। इसके बावजूद वो मंदिर के बाहर भीख क्यों मांग रहे थे? इस सवाल पर उन्होंने साफ कहा कि जिंदगी में कुछ ऐसे झटके लगे, जिसने सब कुछ छीन लिया। शायद परिवार से दूरी, अकेलापन और मानसिक तनाव की वजह से वे इस हाल में आ गए।

फर्राटेदार अंग्रेजी ने सबको चौंकाया
जब उन्होंने इंग्लिश में बात की, तो सेवाधाम आश्रम के लोग चौंक गए। एक भिखारी जैसी हालत में दिखने वाला व्यक्ति इतनी साफ और धाराप्रवाह अंग्रेजी बोल सकता है, ये किसी ने सोचा नहीं था।

अब आश्रम में देखभाल
अब देवव्रत चौधरी उज्जैन के सेवाधाम आश्रम में रह रहे हैं। वहां उनकी देखभाल हो रही है और उन्हें वापस एक सामान्य जीवन देने की कोशिश की जा रही है।