जब हम गोवा का नाम सुनते हैं, तो हमारे दिमाग में चमकीली धूप, नीला समुद्र और भीड़ वाले बीच (समुद्र तट) आते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि गोवा बारिश के मौसम में और भी ज़्यादा सुंदर और शांत हो जाता है?
जब बारिश की फुहारें गोवा को भिगोती हैं, तो यह किसी फिल्म की जगह से कम नहीं लगता। एक तरफ समुद्र की लहरें बड़े रोमांटिक अंदाज़ में किनारों से टकराती हैं, वहीं दूसरी ओर हरियाली और झरने गोवा को एक हरे-भरे स्वर्ग में बदल देते हैं।
दरअसल, जून से सितंबर तक, जब बारिश ज़ोरों पर होती है, तब गोवा की कुदरती खूबसूरती अपने सबसे अच्छे रूप में होती है। इस समय तेज़ धूप नहीं होती, भीड़ भी कम होती है, और आपको सिर्फ शांति और ताज़गी से भरा माहौल मिलता है। बारिश की वजह से यहाँ की पहाड़ियाँ और जंगल और भी हरे-भरे हो जाते हैं। जो लोग कुदरत से प्यार करते हैं और जिन्हें फोटोग्राफी पसंद है, उनके लिए यह समय सबसे शानदार होता है।
प्यार और शांति से भरा माहौल
अगर आप अपने पार्टनर (साथी) के साथ कुछ ऐसा समय बिताना चाहते हैं जो आपको हमेशा याद रहे, तो मॉनसून में गोवा जाना एक बेहतरीन विचार है। बारिश में बीच पर घूमना, समुद्र की आवाज़ सुनना और किसी झोपड़ी में बैठकर गर्म चाय पीना – ये सब बहुत रोमांटिक होता है। भीड़ कम होने की वजह से आपको शांति भी मिलती है, जिससे आपकी यात्रा और भी खास बन जाती है।
कम बजट में घूमने का मौका
मॉनसून को गोवा में ‘ऑफ-सीज़न’ (कम भीड़ वाला समय) माना जाता है। इसलिए, इस समय होटल, फ्लाइट और घूमने-फिरने की चीज़ों पर काफी छूट मिलती है। जो लोग कम पैसे में गोवा का असली मज़ा लेना चाहते हैं, उनके लिए यह समय एकदम सही है। बारिश के मौसम में खर्च भी कम होता है।
कैसे करें प्लानिंग?
अगर आप मॉनसून में गोवा जाने की सोच रहे हैं, तो अपने साथ रेनकोट (बारिश से बचने का कोट), छाता और ऐसा बैग ज़रूर रखें जिसमें पानी न घुसे। ऐसे कपड़े पैक करें जो हल्के हों और जल्दी सूख जाएँ। चाय और मसालों के बागानों (बगीचों) की सैर, जंगल में घूमना (जंगल सफारी), और नदी में व्हाइट वॉटर राफ्टिंग (तेज पानी में नाव चलाना) जैसी मज़ेदार गतिविधियों का आनंद ज़रूर लें। इसके साथ ही, गोवा सरकार द्वारा करवाए जाने वाले स्थानीय सांस्कृतिक कार्यक्रम भी इस समय देखने लायक होते हैं।