खुशखबरी! सोने के दाम में आने वाली है भारी गिरावट, ₹70,000/10 ग्राम से भी सस्ता होगा गोल्ड, खरीदने से पहले जान लें ये सीक्रेट!

सोने की आसमान छूती कीमतों ने आम लोगों, खासकर मिडिल क्लास और शादी की तैयारी कर रहे परिवारों को मुश्किल में डाल दिया है। एक वक्त था जब सोना निवेश और शादी-ब्याह दोनों का अहम हिस्सा होता था, लेकिन अब सोना लाख रुपये प्रति 10 ग्राम से ऊपर पहुंच चुका है, जिससे खरीदारी करना आम लोगों की पहुंच से बाहर होता जा रहा है।

इस साल जनवरी से लेकर अब तक सोने की कीमत में जबरदस्त उछाल देखा गया। जनवरी 2025 में सोना 2,600 डॉलर प्रति औंस था, जो बढ़कर 3,355 डॉलर प्रति औंस तक पहुंच गया। यानी लगभग 30% की तेजी। इससे जिन लोगों ने पहले निवेश किया था, उन्हें अच्छा मुनाफा हुआ, लेकिन आम खरीदारों के लिए यह भारी पड़ा। अब सवाल ये उठता है कि क्या यही समय है सोना बेचने का या खरीदने का?

Citi Research का बड़ा दावा – सोने के दिन लदने वाले हैं

Citi Research की हालिया रिपोर्ट के मुताबिक, अब सोने की रफ्तार धीमी होने वाली है। उनकी रिपोर्ट बताती है कि साल 2026 की दूसरी छमाही तक सोने की कीमत 2,500 से 2,700 डॉलर प्रति औंस तक गिर सकती है। यानी आने वाले महीनों में 10% और सालभर में 30% तक की गिरावट की संभावना है। इसका मतलब है कि सोना अब अपने पीक पर पहुंच चुका है। Citi का मानना है कि अब सोने को ऊपर ले जाने वाले बड़े कारण (जैसे जियोपॉलिटिकल टेंशन, डॉलर की कमजोरी, सेंट्रल बैंक की खरीद) बाजार में पहले ही शामिल हो चुके हैं। अब कोई नया ट्रिगर नहीं दिख रहा।

क्या भारत में सस्ता होगा सोना?

अगर ग्लोबल मार्केट में सोना 30% तक गिरता है, तो भारत में भी इसकी कीमत में भारी गिरावट देखने को मिल सकती है। मौजूदा अनुमान के अनुसार, सोना 80,000 से 85,000 रुपए प्रति 10 ग्राम तक आ सकता है। अगर वैश्विक गिरावट ज्यादा हुई तो यह और गिरकर 68,950 रुपए प्रति 10 ग्राम तक भी पहुंच सकता है।

क्या अब खरीदारी करनी चाहिए?

अगर आप शादी या निवेश के लिए सोना खरीदने का सोच रहे हैं, तो थोड़ा इंतजार करना समझदारी भरा फैसला हो सकता है। बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि 85 हजार के आसपास कीमत आने पर खरीदारी करना बेहतर रहेगा। लेकिन ध्यान रहे कि सोने की कीमत पूरी तरह से अंतरराष्ट्रीय घटनाओं पर निर्भर करती है, जैसे युद्ध, डॉलर इंडेक्स या महंगाई के आंकड़े।