दुनिया का सबसे अनोखा मंदिर! जहां 1000 साल पुरानी बिल्लियां करती हैं रखवाली, कैमरे में कैद हुआ इनका ‘रहस्यमयी’ पहरा, जानकर हिल जाएगा दिमाग!

आपने आज तक मंदिरों में पुजारियों, साधुओं या सुरक्षा गार्डों को पहरा देते देखा होगा, लेकिन क्या आपने कभी सुना है कि किसी मंदिर की सुरक्षा का जिम्मा बिल्लियों के पास हो? यह सुनने में भले ही अजीब लगे, लेकिन ये बिल्कुल सच है। दुनिया में एक ऐसा अनोखा मंदिर है जहां बिल्ली जैसे रहस्यमयी जीव बीते 1000 सालों से उसकी रखवाली कर रहे हैं।

कहां है यह मंदिर?

यह मंदिर जापान के क्योटो शहर में स्थित है, जिसका नाम है Gotokuji Temple. इस मंदिर को ‘मेनकी-नेको मंदिर’ (Maneki-neko Temple) भी कहा जाता है। यहां सैकड़ों नहीं, हजारों बिल्लियां मौजूद हैं – और इनमें से कई को मंदिर के अंदर और बाहर घूमते हुए कैमरे में कैद किया गया है।

मजेदार बात ये है कि यहां मौजूद अधिकतर बिल्लियां किसी की पालतू नहीं हैं, बल्कि ऐसा माना जाता है कि ये मंदिर की आत्मा की रक्षक हैं। यहां की लोककथाओं और मंदिर के पुजारियों के अनुसार, इन बिल्लियों को दिव्य संरक्षक (Divine Guardians) के रूप में पूजा जाता है।

क्या है रहस्य इन बिल्लियों का?

Gotokuji मंदिर की मान्यता है कि मेनकी-नेको (हाथ हिलाने वाली बिल्ली) सौभाग्य और समृद्धि लाती है। यहां पर रखी गई हज़ारों बिल्ली की मूर्तियां भी लोगों द्वारा मन्नत पूरी होने के बाद चढ़ाई जाती हैं।

लेकिन रहस्यमयी बात ये है कि रात में जब मंदिर बंद हो जाता है, तब CCTV फुटेज में कई असली बिल्लियां दिखाई देती हैं जो मंदिर के चारों ओर गश्त लगाती हैं। कभी एक साथ, कभी अलग-अलग – और वो हमेशा मंदिर की परिक्रमा करती नजर आती हैं, मानो वो किसी अदृश्य आदेश का पालन कर रही हों। कुछ रिपोर्ट्स के मुताबिक, कई श्रद्धालु ये दावा करते हैं कि जब वे किसी परेशानी में होते हैं और इस मंदिर में आकर प्रार्थना करते हैं, तो कोई न कोई बिल्ली उनके पास आकर बैठती है। इसे ईश्वरीय संकेत माना जाता है कि आपकी प्रार्थना स्वीकार हो गई है।

क्या है बिल्लियों का ऐतिहासिक महत्व?

इतिहासकारों के अनुसार, 17वीं सदी में एक बौद्ध भिक्षु ने एक भूखी और घायल बिल्ली को अपने मंदिर में शरण दी थी। इसके बाद से मंदिर में चमत्कारी घटनाएं घटने लगीं । इसके बाद बारिश के समय मंदिर के पास बिजली गिरने से लोग बाल-बाल बचे, व्यापारियों को व्यापार में फायदा हुआ। तभी से यहां बिल्लियों को शुभ और रक्षक माना जाने लगा।

पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र

आज Gotokuji मंदिर दुनिया भर से पर्यटकों को आकर्षित करता है, खासकर कैट लवर्स को। यहां आने वाले लोग न केवल पूजा करते हैं, बल्कि अपने साथ छोटी-छोटी बिल्ली की मूर्तियां लेकर जाते हैं और एक मनोकामना पूरी होने की उम्मीद करते हैं।