Trump-Munir Lunch: ट्रंप-मुनीर लंच पर भारत का कटाक्ष, रक्षा सचिव ने शहबाज शरीफ को लताड़ा

Trump-Munir Lunch: भारत के रक्षा सचिव राजेश कुमार सिंह ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर की हालिया लंच मीटिंग पर कड़ा रुख अपनाया। उन्होंने इसे पाकिस्तान के लिए “शर्मनाक” बताया, जहां सेना नागरिक सरकार पर हावी है। सिंह ने कहा, “यह आश्चर्यजनक है कि सेना प्रमुख को निमंत्रण मिलता है, लेकिन प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ कहीं नहीं दिखते। यह एक असंतुलित व्यवस्था है, जहां सेना संसाधनों पर पहला हक रखती है।” यह टिप्पणी पाकिस्तान की सैन्य-प्रधान शासन व्यवस्था की वैश्विक आलोचना के बीच आई है।

ऑपरेशन सिंदूर में पाकिस्तान को भारी नुकसान

रक्षा सचिव ने हाल के ऑपरेशन सिंदूर का जिक्र करते हुए बताया कि भारत ने पाकिस्तान को करारा जवाब दिया। उन्होंने खुलासा किया कि पाकिस्तानी सेना को भारत की तुलना में कई गुना अधिक नुकसान हुआ। सिंह ने कहा, “लोगों और सामग्री के मामले में उनकी हानि हमसे कहीं ज्यादा थी।” ऑपरेशन सिंदूर 22 अप्रैल को कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में शुरू किया गया था, जिसमें 26 लोग मारे गए थे। भारत ने इसे पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद करार दिया था।

चीन-तुर्की की भूमिका पर चेतावनी

सिंह ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान को चीन और तुर्की से मिले समर्थन पर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि चीन ने प्रत्यक्ष सैन्य भागीदारी नहीं की, लेकिन उपकरण, आपूर्ति और सैटेलाइट इमेजरी के जरिए अप्रत्यक्ष मदद दी। तुर्की से भी हथियारों की आपूर्ति की आशंका है। सिंह ने चेतावनी दी, “पाकिस्तान संसाधनों की कमी से जूझ रहा है, इसलिए वह चीन और तुर्की से भीख मांगकर या उधार लेकर उपकरण जुटाता है। हमें इस सांठगांठ पर नजर रखनी होगी।”

ट्रंप ने 18 जून 2025 को व्हाइट हाउस में मुनीर के साथ लंच मीटिंग की, जो एक अभूतपूर्व कदम था। ट्रंप ने दावा किया कि उन्होंने भारत-पाकिस्तान युद्ध को रोका, जिसमें मुनीर और पीएम मोदी की भूमिका थी। हालांकि, भारत ने इस दावे को खारिज करते हुए कहा कि युद्धविराम द्विपक्षीय सैन्य बातचीत से हुआ, न कि अमेरिकी मध्यस्थता से। विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने स्पष्ट किया कि भारत तीसरे पक्ष की मध्यस्थता स्वीकार नहीं करता।