लीड्स की पिच पर यशस्वी का धमाका, शतक के साथ कई रिकॉर्ड ध्वस्त

भारत और इंग्लैंड के बीच पांच टेस्ट मैचों की सीरीज की शुरुआत 20 जून 2025 से हेडिंग्ले, लीड्स में हुई, जहां भारतीय टीम के युवा सलामी बल्लेबाज़ यशस्वी जायसवाल ने अपनी क्लासिक बल्लेबाज़ी से सभी का ध्यान खींचा।

पहली पारी में उन्होंने न केवल बेहतरीन तकनीकी कौशल दिखाया, बल्कि इंग्लैंड की गेंदबाज़ी आक्रमण को भी धैर्य और आक्रामकता के संतुलन से जवाब दिया। यह पारी इस युवा खिलाड़ी के टेस्ट करियर की परिपक्वता और मानसिक मजबूती को दर्शाती है।

इंग्लैंड के गेंदबाज़ों को दिखाया आईना

इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स ने टॉस जीतकर गेंदबाज़ी का फैसला लिया, जो आमतौर पर लीड्स की स्विंग मददगार परिस्थितियों में उचित माना जाता है। लेकिन यशस्वी जायसवाल ने इस निर्णय को अपने शानदार प्रदर्शन से चुनौती दे डाली। केएल राहुल के साथ पारी की शुरुआत करते हुए जायसवाल ने नई गेंद की स्विंग और सीम मूवमेंट को समझदारी से खेला और रन बनाने के अवसर भी बखूबी निकाले। वह संयमित शुरुआत के बाद अपनी पारी को गति देने में भी सफल रहे।

शतक में झलकी परिपक्वता और कौशल

जायसवाल ने अपने शतक के लिए 144 गेंदों का सामना किया, जिसमें उन्होंने 16 चौके और 1 छक्का जमाया। यह उनके टेस्ट करियर का पांचवां शतक रहा और खास बात ये रही कि इंग्लैंड के खिलाफ यह उनके शानदार फॉर्म का एक और प्रमाण है। इंग्लैंड के विरुद्ध खेलते हुए यह उनका छठा टेस्ट मैच है और हर मुकाबले में उन्होंने अर्धशतक से अधिक रन बनाए हैं, जिनमें दो दोहरे शतक भी शामिल हैं।

लीड्स में रचा नया इतिहास

यशस्वी जायसवाल ने इस मैच में एक खास उपलब्धि अपने नाम की। वह लीड्स के मैदान पर टेस्ट शतक जमाने वाले पहले भारतीय ओपनर बन गए हैं। इससे पहले किसी भी भारतीय सलामी बल्लेबाज़ को यहां शतक बनाने में सफलता नहीं मिली थी। यह उपलब्धि इसलिए भी खास मानी जा रही है क्योंकि यह उनका इंग्लैंड की धरती पर पहला टेस्ट था, और उन्होंने उसी में बड़ा स्कोर खड़ा कर दिया।

तेजी से उभरता सितारा

टेस्ट क्रिकेट में जायसवाल का यह केवल 20वां मुकाबला था और अब तक वे 5 शतक लगा चुके हैं, जिनमें से तीन विदेशी सरज़मीं पर बने हैं। उनकी इस निरंतरता ने उन्हें भारत की टेस्ट टीम का एक भरोसेमंद नाम बना दिया है। इंग्लैंड जैसे चुनौतीपूर्ण माहौल में इस तरह की पारी न केवल उनके आत्मविश्वास को बढ़ाएगी, बल्कि टीम इंडिया को भी विदेशी धरती पर मजबूत शुरुआत दिलाने में मदद करेगी।