अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर मेदांता हॉस्पिटल, इंदौर में एक प्रेरणादायक और ऊर्जावान योग सत्र का आयोजन किया गया। इस विशेष आयोजन में डॉक्टर, नर्सिंग स्टाफ, मरीजों के अटेंडर्स सहित 100 से अधिक लोगों ने सक्रिय रूप से भाग लिया। कार्यक्रम का उद्देश्य था लोगों को योग के प्रति जागरूक करना और इसके लाभों को जनमानस तक पहुँचाना।
कार्यक्रम की शुरुआत अस्पताल परिसर में योग सत्र से हुई, जिसमें योगासन, प्राणायाम और ध्यान को सामूहिक रूप से किया गया। सभी प्रतिभागियों ने उत्साहपूर्वक विभिन्न योग मुद्राओं का अभ्यास किया और श्वास-प्रश्वास की तकनीकों को जाना। इसके साथ ही योग पर एक सत्र भी आयोजित हुआ जिसमें विशेषज्ञों ने दैनिक जीवन में योग के महत्व पर प्रकाश डाला।
20 मिनट से करें शुरूआत
इस अवसर पर योगार्थी के संस्थापक और जाने-माने योगाचार्य डॉ. संजय वैष्णव ने प्रतिभागियों को योगाभ्यास का महत्व बताया। उन्होंने कहा, “योग की शुरुआत हमें प्रतिदिन केवल 20 मिनट से करनी चाहिए। इनमें से 10 मिनट सूर्य नमस्कार और 10 मिनट प्राणायाम को देना चाहिए। जब शरीर और मन अभ्यस्त हो जाए, तब धीरे-धीरे इस समय को बढ़ाकर एक घंटे तक ले जाएं।
यदि संभव हो, तो 20 मिनट का ध्यान अनिवार्य रूप से करें। आज की तेज़ जीवनशैली में योग सबसे सरल, सुलभ और प्रभावी समाधान है जिससे हम न केवल एक स्वस्थ जीवन जी सकते हैं, बल्कि एक स्वस्थ समाज और स्वस्थ राष्ट्र के निर्माण में भी योगदान दे सकते हैं।” मेदांता हॉस्पिटल प्रबंधन ने इस आयोजन के सफल संचालन पर सभी प्रतिभागियों का आभार व्यक्त किया और भविष्य में भी नियमित योग सत्र आयोजित करने की बात कही। कार्यक्रम का समापन सामूहिक संकल्प के साथ हुआ जिसमें सभी ने योग को अपने जीवन का अभिन्न हिस्सा बनाने का संकल्प लिया।