दुनिया रहस्यों और डरावनी कहानियों से भरी हुई है। कुछ घटनाएं ऐसी होती हैं, जिनके पीछे छिपे रहस्य आज तक कोई नहीं सुलझा पाया। ऐसी ही एक डरावनी कहानी है इंग्लैंड की ‘मौत की कुर्सी’ की, जिसे थॉमस बस्बी की श्रापित कुर्सी कहा जाता है।
यह रहस्यमयी कुर्सी इंग्लैंड के Thirsk Museum में आज भी मौजूद है। लेकिन लोग इसे छूने से भी डरते हैं, क्योंकि यह कुर्सी ज़मीन से कई फीट ऊपर दीवार पर टंगी हुई है। ताकि कोई गलती से भी उस पर बैठ न जाए।
थॉमस बस्बी की खौफनाक कहानी
थॉमस बस्बी नाम का व्यक्ति 18वीं सदी में इंग्लैंड में रहता था। उसे एक पुरानी लकड़ी की कुर्सी से बहुत लगाव था। एक दिन उसका ससुर उस कुर्सी पर बैठ गया, जिससे थॉमस आगबबूला हो गया। गुस्से में आकर उसने अपने ससुर की हत्या कर दी। इसके लिए थॉमस को फांसी की सजा सुनाई गई। कहते हैं, फांसी से पहले थॉमस ने उस कुर्सी को श्राप दिया, “जो भी इस पर बैठेगा, उसकी मौत निश्चित है।”
रहस्यमयी मौतों का सिलसिला
थॉमस की मौत के बाद भी उसका श्राप काम करता रहा। कहा जाता है कि द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान कुछ सैनिक उस कुर्सी पर बैठे थे और कोई भी जिंदा नहीं लौटा। बाद में भी कई लोग इस कुर्सी पर बैठे और कुछ ही दिनों में उनकी रहस्यमयी मौत हो गई। लगातार होती मौतों के बाद इस कुर्सी को लोगों से दूर रखने के लिए म्यूजियम में हवा में लटकाया गया।
क्या आज भी है बस्बी की आत्मा?
लोककथाओं के मुताबिक, थॉमस बस्बी की आत्मा आज भी इस कुर्सी से जुड़ी हुई है। उसका गुस्सा और बदला अब भी कुर्सी में बसा है। लोग मानते हैं कि जो इस श्रापित कुर्सी पर बैठता है, वो ज़िंदा नहीं बचता।