इंदौर की रितिक्षा को मिली अंतरराष्ट्रीय पहचान, साउथ कोरिया में रिसर्च पेपर के लिए हुआ चयन

इंदौर की होनहार छात्रा रितिक्षा ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत का नाम रोशन किया है। उनका शोध पत्र दक्षिण कोरिया की प्रतिष्ठित Sungkyunkwan University में आयोजित होने वाले 5th International Conference on Advance Materials Synthesis, Characterization and Applications (AMSCA-2025) के लिए चयनित हुआ है। यह सम्मेलन 25 जून 2025 से शुरू होगा, जिसमें रितिक्षा अपने रिसर्च पेपर के माध्यम से तकनीकी दुनिया को संबोधित करेंगी।

सेमीकंडक्टर में भारत की प्रगति पर होगी चर्चा

रितिक्षा अपने प्रस्तुतीकरण में बताएंगी कि सेमीकंडक्टर तकनीक में हाल के वर्षों में क्या उन्नतियाँ हुई हैं और कैसे भारत इस क्षेत्र में एक वैश्विक शक्ति बन सकता है। उनका फोकस विशेष रूप से एडवांस इलेक्ट्रॉनिक मटेरियल्स और डिवाइसेज़ पर रहेगा। वे यह भी साझा करेंगी कि कैसे भारत के विभिन्न अनुसंधान संस्थान इस दिशा में सार्थक प्रयास कर रहे हैं।

मऊ के सैन्य परिवार से जुड़ी हैं रितिक्षा

रितिक्षा वर्तमान में बेंगलुरु स्थित चाणक्य यूनिवर्सिटी में प्रथम वर्ष की छात्रा हैं। उनका शैक्षणिक सफर जितना प्रेरणादायक है, पारिवारिक पृष्ठभूमि भी उतनी ही अनुशासित और प्रभावशाली है। वे मऊ में पदस्थ आर्मी के कर्नल रितेश और डॉक्टर आकांक्षा की बेटी हैं। वैज्ञानिक सोच और समर्पण की इस मिसाल ने यह साबित कर दिया है कि भारत की युवा प्रतिभाएं वैश्विक मंच पर अपनी छाप छोड़ने में सक्षम हैं।