पश्चिम एशिया में ईरान और इज़राइल के बीच तनाव चरम पर हैं। दोनों देशों के बीच मिसाइल हमलों का सिलसिला जारी है और एक-दूसरे पर गंभीर आरोप लगाए जा रहे हैं। इसी बीच अमेरिका भी इस तनाव को लेकर सतर्क है। अमेरिकी राष्ट्रपति ने हाल ही में चौंकाने वाला बयान देते हुए कहा कि उन्हें पता है ईरान के सर्वोच्च नेता आयतुल्ला अली खामेनेई कहां छिपे हैं, लेकिन वे चाहते हैं कि खामेनेई बिना किसी शर्त आत्मसमर्पण करें।
खामेनेई ने अमेरिका की चेतावनी को सिरे से खारिज करते हुए स्पष्ट कर दिया है कि वे सरेंडर नहीं करेंगे, आखिरी दम तक ईरान के पक्ष में खड़े रहेंगे। उनके इस रुख के बाद, पूरे देश और विशेष रूप से सत्ता के गलियारों में चर्चा तेज हो गई है, अगर खामेनेई कुछ भी निर्णय नहीं लेते या कुछ अप्रत्याशित होता है, तो उनकी जगह कौन लेगा?
खामेनेई ने चुने अपने 3 संभावित उत्तराधिकारी
शुरुआत में खामेनेई के बेटे मोजतबा खामेनेई को सबसे मजबूत दावेदार माना जा रहा था। लेकिन न्यूयॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट ने बड़ा खुलासा किया है। रिपोर्ट के अनुसार, अली खामेनेई ने अपने बेटे को उत्तराधिकार की दौड़ से बाहर कर दिया है और तीन मौलवियों को नामित किया है, जो उनकी राजनीतिक और धार्मिक विरासत को आगे बढ़ा सकते हैं। हालांकि अभी उनके नाम सार्वजनिक नहीं किए गए हैं, लेकिन यह फैसला इज़राइल के बढ़ते सैन्य दबाव और संभावित सत्ता संकट के मद्देनज़र लिया गया है।
खामेनेई ने खुद को सुरक्षित बंकर में कर लिया है आइसोलेट
सूत्रों के अनुसार, अली खामेनेई ने खुद को एक सुरक्षित बंकर में आइसोलेट कर लिया है। वह न तो मोबाइल फोन का इस्तेमाल कर रहे हैं और न ही किसी भी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस से जुड़े हैं। उनका सम्पर्क केवल विश्वसनीय दूतों और विश्वासपात्रों के माध्यम से ही संभव हो पा रहा है। इज़राइल की तरफ से उन्हें खत्म करने की धमकी के बाद ये सुरक्षा इंतज़ाम बेहद कड़े कर दिए गए हैं।
इज़राइल : “जो करना है, करेंगे”
इज़राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से जब पूछा गया कि क्या उनका देश ईरान के सर्वोच्च नेता को सीधे निशाना बना सकता है, तो उन्होंने कूटनीतिक लेकिन साफ लहज़े में कहा, “हमें जो करना चाहिए, हम कर रहे हैं।” वहीं अमेरिका ने अभी तक आधिकारिक रूप से इस संघर्ष में हस्तक्षेप नहीं किया है, लेकिन पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की चेतावनी ने ईरानी नेतृत्व को गंभीरता से सोचने पर मजबूर कर दिया है।