Weather Update: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में मानसून ने दस्तक दे दी है और मौसम विभाग ने 22 जून से लेकर आगामी 4 दिनों तक ‘येलो अलर्ट’ घोषित किया है। इस दौरान राजधानी में गरज-चमक के साथ तेज बारिश होने के आसार हैं। हवाओं की रफ्तार 40 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंच सकती है, जिससे कुछ इलाकों में पेड़ गिरने या ट्रैफिक बाधा की स्थिति बन सकती है। दिन के समय अधिकतम तापमान 35°C और न्यूनतम तापमान 27°C के आसपास रह सकता है। तापमान में मामूली गिरावट भी दर्ज हो सकती है।
मध्य प्रदेश में जारी रहेगा मूसलधार बारिश का सिलसिला, रेड अलर्ट जारी
मध्य प्रदेश में 22 जून से 25 जून तक लगातार भारी से अत्यधिक भारी बारिश की चेतावनी दी गई है। भोपाल, इंदौर, जबलपुर, उज्जैन, और होशंगाबाद जैसे जिलों में तेज बारिश की आशंका है। मौसम विभाग ने कुछ संवेदनशील क्षेत्रों के लिए ‘रेड अलर्ट’ भी जारी किया है, जहां नदियों के उफान पर आने, पुलों के जलमग्न होने और ग्रामीण क्षेत्रों में बाढ़ जैसे हालात बनने की चेतावनी दी गई है।
पश्चिम बंगाल और सिक्किम में बादल बरसने को तैयार
पूर्वोत्तर भारत के हिस्से, विशेषकर पश्चिम बंगाल और सिक्किम में 22 से 24 जून के बीच भारी बारिश का अनुमान है। पर्वतीय क्षेत्रों में लैंडस्लाइड (भूस्खलन) की भी संभावना जताई गई है। पर्यटकों को ऊंचे इलाकों की यात्रा से बचने की सलाह दी गई है। गरज-चमक के साथ कुछ क्षेत्रों में बिजली गिरने का खतरा भी है।
बिहार, झारखंड और छत्तीसगढ़ में बरसेगा पानी, सतर्कता जरूरी
बिहार में 24 से 26 जून के दौरान कई जिलों में तेज बारिश हो सकती है। इससे पहले झारखंड और छत्तीसगढ़ में 22 जून को ही भारी बारिश की चेतावनी है। इन राज्यों के निचले और बाढ़-प्रवण इलाकों में जलभराव और आवागमन बाधित होने की संभावना है। कुछ हिस्सों में वज्रपात की भी आशंका है, जिससे ग्रामीण इलाकों में विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।
ओडिशा और अंडमान-निकोबार में भीगेंगे बादल
ओडिशा में 24 से 26 जून तक तेज बारिश के आसार हैं। साथ ही अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में 23 जून को भारी वर्षा की चेतावनी दी गई है। इन क्षेत्रों में मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है, क्योंकि समुद्री हवाएं तेज़ चलने की संभावना है।
गोवा, महाराष्ट्र और गुजरात में सक्रिय रहेगा मानसून
पश्चिम भारत में मानसून पूरी तरह से सक्रिय हो चुका है। गोवा, मध्य महाराष्ट्र और गुजरात में 22 से 26 जून तक अलग-अलग जगहों पर भारी बारिश हो सकती है। गुजरात के कई हिस्सों के लिए 21 और 22 जून को रेड अलर्ट जारी किया गया है। अहमदाबाद, सूरत, वडोदरा सहित कई शहरों में सड़कों पर जलभराव और सामान्य जनजीवन प्रभावित होने के संकेत हैं।
उत्तर-पश्चिम भारत: हिमाचल, उत्तराखंड, पंजाब और हरियाणा में बरसात की संभावना
हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में 22 से 26 जून के बीच लगातार बारिश हो सकती है। कुछ इलाकों में अत्यधिक वर्षा की चेतावनी है। विशेषकर ऊंचाई वाले इलाकों में लैंडस्लाइड और सड़कों के बाधित होने की संभावना है। दक्षिण हरियाणा और पूर्वी राजस्थान में 22 और 23 जून को भारी बारिश के आसार हैं।
पूर्वी उत्तर प्रदेश और राजस्थान के लिए अलर्ट जारी
पूर्वी उत्तर प्रदेश के कई जिलों में 22 से 24 जून तक बहुत भारी बारिश की संभावना जताई गई है। गोरखपुर, बलिया, बनारस, आजमगढ़ सहित आसपास के क्षेत्रों में जलभराव की स्थिति बन सकती है। वहीं, पूर्वी राजस्थान में भी 22 और 23 जून को गरज-चमक के साथ मूसलाधार बारिश की संभावना है।
दक्षिण भारत में भी वर्षा का दौर जारी रहेगा
केरल, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में 22 से 26 जून के दौरान मानसून सक्रिय रहेगा। इन राज्यों के तटीय और आंतरिक क्षेत्रों में बारिश की तीव्रता अलग-अलग हो सकती है। आंध्र और तेलंगाना में तेज़ हवाओं (40-60 किमी/घंटा) के साथ वर्षा हो सकती है। तमिलनाडु में भले ही वर्षा का प्रभाव कम हो, लेकिन गर्म और उमस भरी स्थिति बनी रहेगी।
पूर्वोत्तर भारत में लगातार चलेगा बरसाती सिलसिला
असम, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा और नागालैंड जैसे पूर्वोत्तर राज्यों में अगले सात दिनों तक मानसूनी गतिविधियां बनी रहेंगी। इन इलाकों में रोजाना हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है, जिससे निचले क्षेत्रों में जलभराव की स्थिति बन सकती है। सड़कों पर फिसलन और ट्रैफिक धीमा रहने की आशंका है।