ट्रंप के नोबल पर असदुद्दीन ओवैसी का वार, पाकिस्तान को लगाई फटकार

असदुद्दीन ओवैसी : AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने ईरान के परमाणु ठिकानों पर अमेरिका के हमले को लेकर डोनाल्ड ट्रंप और उन्हें नोबल शांति पुरस्कार देने वाले पाकिस्तान पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि क्या इसी वजह से पाकिस्तान ने ट्रंप को नोबल देने की सिफारिश की थी और सेना प्रमुख असीम मुनीर ने अमेरिकी राष्ट्रपति के साथ लंच किया था? अब सबका सच सामने आ गया है।

संयुक्त राष्ट्र चार्टर की अनदेखी, झूठे परमाणु दावों से भड़काया गया विवाद

ईरान पर अमेरिकी हमलों को लेकर AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि यह अंतरराष्ट्रीय कानून और संयुक्त राष्ट्र चार्टर का उल्लंघन है। उन्होंने कहा कि इस हमले से ईरान भविष्य में परमाणु शक्ति बन सकता है, क्योंकि हमला होने से पहले वह अपना भंडार कहीं और ले गया होगा। यह हमला रोकने वाला नहीं होगा। अब कई अरब देश भी परमाणु शक्ति हासिल करने पर विचार कर सकते हैं। खाड़ी और मध्य पूर्व में करोड़ों भारतीय रहते हैं, युद्ध होने पर उनका जीवन और निवेश प्रभावित होगा।

ओवैसी का बयान– सरकार अमेरिका की कार्रवाई की निंदा करे

असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि अमेरिका के हमले से इस्राइल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू को फायदा मिला है, जो फलस्तीनियों पर अत्याचार कर रहा है। गाजा में नरसंहार हो रहा है, लेकिन अमेरिका को इसकी परवाह नहीं है। वह केवल इस्राइली सरकार के अपराध छिपा रहा है। ओवैसी ने कहा कि ईरान और अन्य देश अब परमाणु हथियार बनाएंगे, क्योंकि यही इस्राइल के वर्चस्व को रोकने का तरीका है। उन्होंने उम्मीद जताई कि भारत सरकार इस बमबारी की निंदा करेगी।

ओवैसी ने पाकिस्तान को क्यों घेरा? जानिए वजह

पाकिस्तान ने 2026 के नोबेल शांति पुरस्कार के लिए अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का नाम आगे किया है। पाकिस्तान का दावा है कि भारत-पाकिस्तान तनाव के दौरान ट्रंप की मध्यस्थता से बड़ा युद्ध टला। यह घोषणा उस समय की गई जब ट्रंप ने तीन दिन पहले व्हाइट हाउस में पाकिस्तानी सेना प्रमुख असीम मुनीर की मेहमाननवाजी की थी।