22 जून को लीड्स टेस्ट के तीसरे दिन का खेल खत्म होने के बाद ,भारतीय स्टार गेंदबाज़ जसप्रीत बुमराह से मीडिया ने कई सवाल किये। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस दौरान उनसे उनके करियर, फिटनेस और आलोचनाओं को लेकर भी कई सवाल पूछे गए। बुमराह ने बेहद साफ शब्दों में कहा कि उन्हें कई बार कमतर आंका गया है, लेकिन वह तब तक खेलते रहेंगे जब तक भगवान चाहेंगे।
लीड्स टेस्ट में शानदार प्रदर्शन :
इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज़ मुकाबले में पहली पारी में ही बुमराह ने 5 विकेट चटकाकर आलोचकों को करारा जवाब दिया। उन्होंने धमाकेदार गेंदबाज़ी करते हुए दिखा दिया कि उन्हें भारत का स्टार गेंदबाज़ क्यों कहते है। प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बुमराह ने बताया कि ,“लोग कहते रहे हैं कि अब वह जाएगा। लेकिन मैं तब तक क्रिकेट खेलूंगा जब तक भगवान चाहेंगे। मैं वही मानता हूं जो मेरा विश्वास है। साथ ही उन्होंने बताया कि उन्हें करियर की शुरुआत से ही नकारात्मक बातें सुनने को मिलीं कभी कहा गया कि वह सिर्फ छह महीने खेल पाएंगे, तो कभी आठ महीने। लेकिन हकीकत यह है कि वह इंटरनेशनल क्रिकेट में लगभग 10 साल और आईपीएल में 12-13 साल से खेल रहे हैं।
फिटनेस पर उठे कई सवाल :
बुमराह की फिटनेस पर अक्सर सवाल उठते रहे हैं, खासकर उनकी चोटों को लेकर। इन चोटों की वजह से उन्हें कई महत्वपूर्ण सीरीज़ और टूर्नामेंट से बाहर रहना पड़ा।जिसका सबसे ज्यादा असर भारतीय टीम की गेंदबाज़ी पर देखने को मिला है।
बुमराह के प्रदर्शन को देखते हुए रोहित शर्मा और कोहली के बाद उन्हें भारतीय टीम की कप्तानी की जिम्मेदारी देने की चर्चा भी हुई थी। हालांकि, फिटनेस ठीक न होने की वजह से बुमराह ने जिम्मेदारी लेने से मना कर दिया।