शताब्दी एक्सप्रेस पर पथराव, भोपाल से दिल्ली जाते वक्त हुई दुसरी बार घटना, रेलवे सुरक्षा पर उठे सवाल

नई दिल्ली-भोपाल शताब्दी एक्सप्रेस पर 10 दिन में दूसरी बार पथराव हुआ है, जिससे यात्रियों में भय फैल गया है। शताब्दी एक्सप्रेस ग्वालियर स्टेशन के बाद बिरला नगर और रायरू के बीच ट्रेन पर जोरदार पथराव हुआ, जिससे सी-5 कोच की खिड़की का कांच टूट गया। रेलगाड़ी पर दुसरी बार हुई पत्थरबाजी से अब रेलवे की सुरक्षा पर प्रश्न चिन्ह लग गया है।

आरपीएफ हुई सक्रिय
पथराव की सूचना पर आरपीएफ का अमला सक्रिय हुआ, लेकिन पत्थरबाज हाथ नहीं आ सके। बता दें कि इससे पहले गत 12 जून को भी दतिया के नजदीक सोनागिर स्टेशन और ग्वालियर स्टेशन के पहले एजी पुल के आउटर पर शताब्दी एक्सप्रेस पर पत्थर फेंके गए थे। इससे अब रेलवे की सुरक्षा पर सवाल खड़े हो रहे हैं। अब तक आरपीएफ और जीआरपी इस बात का पता नहीं लगा पा रही है कि ट्रेन पर पत्थरबाजी क्यों कि जा रही है। इससे यात्रियों में असुरक्षा का भाव व्याप्त हो रहा है।

शरारती तत्वों को नहीं खोज पा रही पुलिस
यात्रियों ने ट्रेन में मौजूद आरपीएफ स्टाफ को सूचना दी। इसके बाद आरपीएफ की ग्वालियर पोस्ट से भी जवान बिरला नगर से रायरू के बीच गश्त करने पहुंचे, लेकिन कोई नहीं मिला। आरपीएफ के मुताबिक शताब्दी एक्सप्रेस पर पत्थर लगने की सूचना मिली थी। कई बार पत्थर उचटकर भी लग जाता है। हमने मामले की जांच शुरू कराई है और ट्रैक पर गश्त भी बढ़ा दी है। इसके साथ ही आरपीएफ ने अन्य स्टेशनों के बल को भी अलर्ट किया है कि रेलवे ट्रेक के आसापास के लोगों से पुछताछ करके ऐसे  लोगों का पता लगाए जो रेलवे ट्रेक से  गुजरने वाली ट्रेनों को निशाना बना रहे है।