Rohit Sharma: भारत के पूर्व कप्तान और बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली ने एक चौंकाने वाला खुलासा किया है। उन्होंने बताया कि विराट कोहली के टेस्ट कप्तानी छोड़ने के बाद रोहित शर्मा इस जिम्मेदारी को संभालने से हिचक रहे थे। गांगुली के मुताबिक, रोहित को इसके लिए बीसीसीआई को काफी मनाना पड़ा।
Rohit Sharma को लेकर दादा ने किया बड़ा खुलासा
हाल ही में एक इंटरव्यू में गांगुली ने कहा कि बीसीसीआई चाहता था कि कोहली टेस्ट कप्तान बने रहें, लेकिन कोहली ने अपना मन बना लिया था कि वह इस भूमिका से हटना चाहते हैं। उस समय रोहित पहले से ही वनडे और टी20 में भारत की कप्तानी कर रहे थे, साथ ही वह मुंबई इंडियंस के भी कप्तान थे। गांगुली ने बताया कि कोहली के दक्षिण अफ्रीका दौरे के बाद टेस्ट कप्तानी छोड़ने के बाद रोहित को लाल गेंद वाले प्रारूप की कमान सौंपने का फैसला लिया गया।
Rohit Sharma कप्तानी से कतरा रहे थे- सौरव गंगुली
गांगुली ने कहा, “मैंने हमेशा माना कि रोहित एक शानदार कप्तान हैं। लेकिन वह काम के बोझ के कारण टेस्ट कप्तानी लेने से कतरा रहे थे। मैंने उनसे बात की और कहा कि तुम अपने करियर को बिना भारत की टेस्ट कप्तानी किए खत्म नहीं करना चाहोगे।” इस बात ने रोहित के मन को छुआ। कुछ दिन सोचने के बाद उन्होंने कप्तानी स्वीकार कर ली। गांगुली ने रोहित को एक दोस्ताना और लचीला इंसान बताया, जो बातचीत के बाद जिम्मेदारी लेने को तैयार हो गए।
Rohit Sharma ने 24 टेस्ट में भारत की कप्तानी की, जिसमें 12 जीत, 9 हार और 3 ड्रॉ रहे। उन्होंने 2023 में भारत को विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) के फाइनल तक पहुंचाया। पिछले महीने, 37 वर्षीय रोहित ने टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कह दिया। उन्होंने 67 टेस्ट में 4301 रन बनाए, जिसमें 18 अर्धशतक और 12 शतक शामिल हैं, और उनका औसत 40.58 रहा।