Israel Iran War: ईरान अगले 48 घंटों में मध्य पूर्व में अमेरिकी सैन्य ठिकानों पर जवाबी हमले शुरू कर सकता है, जिससे क्षेत्र में तनाव और बढ़ सकता है। यह आशंका बीते सप्ताहांत अमेरिका द्वारा ईरान की परमाणु सुविधाओं पर किए गए हवाई हमलों के बाद सामने आई है। रॉयटर्स को दो अमेरिकी अधिकारियों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि खुफिया जानकारी के आधार पर अगले एक-दो दिनों में खतरे की संभावना बढ़ गई है।
Israel Iran War: अमेरिका ने ईरान पर किया था हमला
अमेरिका ने इन हमलों को, जिन्हें ‘ऑपरेशन मिडनाइट हैमर’ नाम दिया गया, क्षेत्र में “अनियंत्रित वृद्धि” को रोकने के लिए पूर्वनियोजित कदम बताया। हमलों में ईरान के परमाणु ढांचे के महत्वपूर्ण हिस्सों को निशाना बनाया गया। इसके जवाब में तेहरान ने आत्मरक्षा का संकल्प लिया है, जिससे दोनों देशों के बीच व्यापक सैन्य संघर्ष की आशंका गहरा गई है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने चेतावनी दी कि ईरान का कोई भी जवाबी कदम “पिछले हमलों से कहीं अधिक शक्तिशाली प्रतिक्रिया” का सामना करेगा।
संयुक्त चीफ्स ऑफ स्टाफ के अध्यक्ष जनरल डैन केन ने बताया कि अमेरिका ने क्षेत्र में अपने सैनिकों की सुरक्षा के लिए अतिरिक्त उपाय किए हैं, खासकर इराक और सीरिया में तैनात बलों के लिए। मध्य पूर्व में अमेरिका के लगभग 40,000 सैनिक तैनात हैं, जो हवाई रक्षा प्रणालियों, लड़ाकू विमानों और युद्धपोतों जैसे महत्वपूर्ण सैन्य उपकरणों को संचालित करते हैं। ये सभी ईरान के समन्वित हमले की स्थिति में जोखिम में हो सकते हैं।
पेंटागन ने जोखिम कम करने के लिए पिछले हफ्ते सैन्य उपकरणों को पुनर्स्थापित करना शुरू किया, जिसमें कतर के अल उदेद एयर बेस से विमानों को हटाना शामिल है, जहां 10,000 अमेरिकी सैनिक तैनात हैं। यह बेस क्षेत्र में अमेरिकी सैन्य अभियानों का एक रणनीतिक केंद्र है।
Israel Iran War : ईरान ने अब तक नहीं बंद किया हॉरमुज जलडमरूमध्य
हालांकि ईरान ने जवाबी कार्रवाई की कसम खाई है, लेकिन उसने अब तक अमेरिकी ठिकानों पर हमले या हॉरमुज जलडमरूमध्य को बंद करने से परहेज किया है, जो वैश्विक तेल आपूर्ति का एक-चौथाई हिस्सा संभालता है। ट्रम्प प्रशासन कूटनीतिक प्रयासों के जरिए तनाव को कम करने की कोशिश कर रहा है, लेकिन स्थिति नाजुक बनी हुई है।