MP में आया ‘जल प्रलय’! पार्वती नदी के उफान से बाढ़ जैसे हालात, कई गांवों का संपर्क टूटा, श्योपुर-बारां हाईवे भी बंद

मध्य प्रदेश में मानसून की जोरदार बारिश ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। प्रदेश के कई हिस्सों में लगातार बारिश के चलते नदियां उफान पर आ गई हैं। खासकर श्योपुर जिले में हालात बेहद गंभीर हो गए हैं। यहां की पार्वती नदी उफान पर है, जिसके कारण श्योपुर-बारां हाईवे को बंद कर दिया गया है। इस हाईवे के बंद होने से राजस्थान और मध्य प्रदेश के बीच आवागमन पूरी तरह से रुक गया है। इसके साथ ही कुहंजापुर पुलिया पर पानी ओवरफ्लो होने के चलते वहां से भी दोनों तरफ की आवाजाही ठप हो गई है।

शिवपुरी में स्कूल जलमग्न, शिक्षक फंसे

भारी बारिश का असर शिवपुरी जिले में भी देखने को मिल रहा है। कोलारस इलाके के ज्ञान स्थली स्कूल में पानी भर जाने से कई शिक्षकों के फंसे होने की आशंका जताई जा रही है। इन्हें निकालने के लिए SDERF की टीम मौके पर पहुंच चुकी है और रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। वहीं, मुंगावली में बारिश का पानी घरों में घुस गया है और बिजली गिरने से एक घर की खिड़कियों में दरारें आ गई हैं।

13 गांवों का संपर्क टूटा, बिजली और नेटवर्क ठप

पिछले चार दिनों से हो रही भारी बारिश की वजह से श्योपुर जिले के करीब 13 गांवों का जिला मुख्यालय से संपर्क पूरी तरह टूट गया है। इन गांवों में बिजली और मोबाइल नेटवर्क दोनों ठप हैं, जिससे आपात स्थिति में भी लोगों से संपर्क करना बहुत मुश्किल हो गया है। कई इलाकों में लोगों को पीने का पानी और जरूरी सामान भी नहीं मिल पा रहा है।

IMD का अलर्ट, राहत की फिलहाल कोई उम्मीद नहीं

मौसम विभाग (IMD) ने चेतावनी दी है कि श्योपुर, शिवपुरी, अशोकनगर और आसपास के क्षेत्रों में अगले 5 दिनों तक भारी बारिश जारी रह सकती है। विभाग ने बताया कि पूर्वोत्तर राजस्थान, झारखंड और बिहार में बने साइक्लोनिक सर्कुलेशन का असर मध्य प्रदेश पर भी पड़ रहा है। राजस्थान से सटे जिलों में अब तक औसतन 115 मिमी से अधिक बारिश दर्ज की जा चुकी है। इनमें कोटा, बूंदी, सवाई माधोपुर और टोंक शामिल हैं। प्रशासन ने लोगों को सतर्क रहने और सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी है।