केदारनाथ यात्रा पर संकट के बादल, बारिश और भूस्खलन से रास्ते बंद, श्रद्धालुओं की बढ़ीं मुश्किलें

उत्तराखंड में भारी बारिश और भूस्खलन के चलते केदारनाथ यात्रा एक बार फिर संकट में आ गई है। लगातार हो रही बारिश ने पहाड़ी इलाकों की सड़कों को खतरनाक बना दिया है, जिससे यात्रा मार्गों पर भूस्खलन के कारण कई जगह रास्ते पूरी तरह बंद हो गए हैं।

श्रद्धालुओं को झेलनी पड़ रही हैं कठिनाइयाँ

केदारनाथ धाम की ओर जा रहे हजारों श्रद्धालु अलग-अलग स्थानों पर फंसे हुए हैं। जगह-जगह रास्ते बंद हो जाने के कारण पैदल यात्रा भी जोखिम भरी हो गई है। प्रशासन की ओर से फंसे हुए यात्रियों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है, लेकिन खराब मौसम ने राहत कार्यों को भी मुश्किल बना दिया है।

रुद्रप्रयाग में कई मार्ग अवरुद्ध, आवाजाही ठप

रुद्रप्रयाग जिले के गौरीकुंड से केदारनाथ तक के रास्ते पर कई जगह मलबा जमा हो गया है। सोनप्रयाग और लिनचोली के बीच भारी भूस्खलन हुआ है, जिससे यात्रा पूरी तरह रुक गई है। लोक निर्माण विभाग और NDRF की टीमें मौके पर मौजूद हैं, लेकिन मौसम में सुधार न होने तक रास्ता खुलने की उम्मीद कम है।

हेल्पलाइन नंबर और सूचना केंद्र सक्रिय

प्रशासन ने यात्रियों की सुविधा के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं और अस्थायी सूचना केंद्रों की स्थापना की गई है। जिन श्रद्धालुओं ने आगे की यात्रा के लिए पंजीकरण करवा रखा है, उन्हें फिलहाल रुकने की सलाह दी जा रही है। स्थानीय प्रशासन लगातार स्थिति की निगरानी कर रहा है।

अगले 48 घंटे बेहद संवेदनशील

मौसम विभाग ने अगले 48 घंटों में और अधिक बारिश की चेतावनी दी है। पहाड़ी क्षेत्रों में भूस्खलन और जलभराव की आशंका को देखते हुए अलर्ट जारी किया गया है। तीर्थ यात्रियों से अनुरोध किया गया है कि वे बिना सरकारी पुष्टि के यात्रा न करें।

भविष्य की यात्रा पर असमंजस

केदारनाथ धाम की यात्रा को लेकर अब भविष्य में भी संशय की स्थिति बन गई है। मौसम साफ न होने तक प्रशासन की अनुमति के बिना यात्रा को फिर से शुरू नहीं किया जाएगा। श्रद्धालु जो यात्रा की योजना बना रहे हैं, उन्हें सलाह दी जा रही है कि वे मौसम और मार्ग की स्थिति पर अपडेट लेते रहें।