मिडिल ईस्ट में चल रही जंग पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा सीजफायर की घोषणा के बाद वैश्विक स्तर पर राहत की लहर दौड़ गई है। ट्रंप ने दावा किया है कि ईरान और इजरायल दोनों देश अब पूर्ण संघर्षविराम पर सहमत हो गए हैं। इस खबर के आते ही एशियाई बाजारों के साथ-साथ भारतीय शेयर बाजार में भी जबरदस्त उछाल देखने को मिला है। बीते कुछ दिनों से बाजार में जो गिरावट का माहौल था, वह अब तेजी में बदल गया है।
सेंसेक्स-निफ्टी में जबरदस्त उछाल
मंगलवार, 24 जून 2025 को बाजार खुलते ही बीएसई सेंसेक्स 890 अंकों की तेजी के साथ 82,787.49 पर खुला। कुछ ही समय में सेंसेक्स और 900 अंक चढ़ गया। दूसरी तरफ, एनएसई निफ्टी 50 में भी 255.70 अंकों की बढ़त दर्ज की गई और यह 25,227.60 के स्तर पर कारोबार करता नजर आया। स्मॉलकैप और मिडकैप शेयरों में जबरदस्त खरीदारी के चलते बाजार पूरी तरह ग्रीन जोन में आ गया। बीएसई पर लिस्टेड कंपनियों का कुल मार्केट कैप महज 10 मिनट में करीब 4.42 लाख करोड़ रुपये बढ़ गया, जिससे निवेशकों को भारी मुनाफा हुआ।
इन स्टॉक्स में दिखी तेजी और गिरावट
बाजार में उछाल के बीच अडानी पोर्ट्स सबसे ज्यादा फायदे में रहा, जिसमें 4.43% की बढ़त दर्ज की गई। इसके अलावा अल्ट्राटेक सीमेंट (2.42%), लार्सन एंड टर्बो (2.18%), महिन्द्रा एंड महिन्द्रा (2.11%) और एसबीआई (1.65%) के शेयर भी टॉप गेनर्स में शामिल रहे। हालांकि कुछ कंपनियों को नुकसान भी हुआ। एनटीपीसी के शेयर में 3.60% की गिरावट आई, जबकि भारत इलेक्ट्रॉनिक्स और ट्रेंट में भी हल्की कमजोरी दर्ज की गई।
कच्चे तेल की कीमतों में बड़ी गिरावट
सीजफायर की खबर से सिर्फ शेयर बाजार नहीं, बल्कि क्रूड ऑयल मार्केट में भी जबरदस्त गिरावट आई है। ब्रेंट क्रूड फ्यूचर्स 7.2% लुढ़ककर 71.48 डॉलर प्रति बैरल पर बंद हुआ, जबकि वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट (WTI) क्रूड की कीमत घटकर 68.51 डॉलर रह गई। कुछ दिन पहले तक जानकारों को डर था कि अगर जंग जारी रही, तो क्रूड की कीमतें 110-120 डॉलर प्रति बैरल तक जा सकती हैं। लेकिन अब शांति के संकेत से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर राहत महसूस की जा रही है। यह भारत जैसे तेल आयातक देशों के लिए बड़ी राहत है।