इजराइल – ईरान को चुप कराने बीच में कूदे ट्रंप- फिर बोले ‘बीबी को फोन लगाओ…ईरान को दी परमाणु बम ना बनाने की समझाइश

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अब ईरान और इजरायल के बीच 12 दिनों से चल रहे युध्द को विराम कराते हुए सीजफायर की घोषणा कराई है। लेकिन इसकों लेकर अब तक कोई अधिकारिक पुष्टि नहीं हो पाई है। हालांकि, युद्धविराम पर अभी भी संदेह बना हुआ है। क्योकि ऐसा भी कहा जा रहा है कि सीजफायर को अभी ईरान ने कथित तौर पर अस्वीकार करते हुए इजरायल पर फिर से हमला किया।

सीजफायर को लेकर बना हुआ है सस्पेंस
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मिडिल-ईस्ट में सीजफायर का ऐलान कर दिया है। लेकिन ईरान और इजरायल के सीजफायर पर अभी तक सस्पेंस बना हुआ है, मगर सवाल यह है कि ट्रंप ने आखिर यह किया कैसे?
व्हाइट हाउस के अधिकारी के अनुसार, ट्रंप ने उपराष्ट्रपति जेडी वेंस समेत पूरी टीम की मौजूदगी में ईरान और इजरायल से बात की, जिसके बाद दोनों देशों ने सीजफायर पर मुहर लगा दी थी। जिसके बाद अमेरिका ने सीजफायर की घोषणा की थी।

ऐसे हुआ सीजफायर
व्हाइट हाउस के अनुसार, ट्रंप ने उपराष्ट्रपति जेडी वेंस सहित अपनी टीम के साथ दोनों देशों से बात की, जिसमें इजरायल ने ईरान द्वारा हमला न करने की शर्त रखी थी। जिसमें बताया जा रहा है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने व्हाइट हाउस के स्टॉफ को कहा कि  मेरी बीबी (बेंजामिन नेतन्याहू) से बात करवाओ। हम शांति समझौता करेंगे।

ईरान ने पांच बार नहीं उठाया ट्रंप का फोन
ईरान और इजरायल के बीच तनाव शुरू होने के बाद से ट्रंप की टीम ने ईरान से पांच बार करने की कोशीश की। हालांकि, हर बार अमेरिका ने ईरान से यूरेनियम इनरिच बंद करने की मांग की, जिसके कारण दोनों देशों के बीच बात नहीं बन सकी।

अमेरिका ने कराई पहल
ईरान पर एअर स्ट्राइक के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपनी टीम से ईरान और इजरायल को फोन मिलनाने के लिए कहा था। व्हाइट हाउस के अनुसार, इजरायल ने सीजफायर की शर्त रखी थी कि अगर ईरान फिर से कोई हमला नहीं करेगा, तभी इजरायल सीजफायर के लिए हामी भरेगा। ईरान ने भी हमला न करने का आश्वासन दिया था। इस बातचीत में ट्रंप के अलावा अमेरिका के उपराष्ट्रपति जेडी वेंस, विदेश मंत्री मार्को रुबियो समेत कई बड़े अधिकारी मौजूद थे।