छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के डीडी नगर इलाके में सोमवार को एक खौफनाक घटना ने पूरे इलाके को दहशत में डाल दिया। वंडरलैंड के पास एक संदिग्ध बॉक्स के अंदर सूटकेस मिला, जिसे जब खोला गया तो उसमें सीमेंट से सना शव मिला। सूचना मिलते ही डीडी नगर पुलिस और फॉरेंसिक टीम मौके पर पहुंची और बॉडी को कब्जे में लेकर जांच शुरू की। शव की पहचान किशोर पैकरा नामक युवक के रूप में हुई, जो शारीरिक रूप से अक्षम था।
सीसीटीवी फुटेज से हुआ बड़ा खुलासा
जांच के दौरान पुलिस को एक सीसीटीवी फुटेज मिला, जिसमें दो युवक बिल्डिंग की लिफ्ट से एक भारी ट्रंक को नीचे ले जाते दिख रहे थे। इसी फुटेज के आधार पर पुलिस को शक हुआ और छानबीन में पता चला कि ट्रंक में किशोर पैकरा का शव था। पुलिस ने इस आधार पर जांच तेज की और मुख्य आरोपी एडवोकेट अंकित उपाध्याय और उसकी पत्नी शिवानी शर्मा को दिल्ली से गिरफ्तार कर रायपुर लाया गया। दोनों से क्राइम ब्रांच द्वारा गहन पूछताछ की जा रही है।
जमीन के 20 लाख पर की गई हत्या
पूछताछ में सामने आया कि यह हत्या एक संपत्ति विवाद का परिणाम थी। मृतक किशोर पैकरा की देखभाल आरोपी दंपत्ति कर रहे थे। किशोर के नाम की जमीन की डील 50 लाख रुपये में कराई गई थी, लेकिन उसे केवल 30 लाख रुपये मिलने की जानकारी दी गई। जब किशोर को असली सौदे का पता चला तो उसने बाकी पैसे मांगे। इसी से नाराज होकर अंकित और शिवानी ने मिलकर उसकी हत्या कर दी। पहले प्लानिंग की गई और फिर किशोर को मारकर शव को सूटकेस में डाल दिया गया।
सीमेंट में दबाया शव, सुनसान इलाके में फेंका बॉक्स
हत्या के बाद आरोपी दंपत्ति ने शव को छुपाने के लिए पहले उसे सूटकेस में भरा, फिर सीमेंट डालकर उसे ढंक दिया। इसके बाद सूटकेस को एक बॉक्स में डालकर रायपुर के इंद्रप्रस्थ कॉलोनी के सुनसान इलाके में फेंक दिया गया। पुलिस को जैसे ही सूचना मिली, पूरे मामले की कड़ियों को जोड़कर तह तक पहुंचा गया और अब आरोपी पुलिस की गिरफ्त में हैं। यह मामला राज्य में संपत्ति विवाद के कारण हुई निर्मम हत्या का ताजा उदाहरण बन गया है।