जबलपुर में ‘वीरांगना रानी दुर्गावती’ के नाम पर बनेगा जू और रेस्क्यू सेंटर, अब बच्चे किताबों में पढ़ेंगे उनकी वीरता की कहानी

Jabalpur News: मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने जबलपुर में आयोजित वीरांगना रानी दुर्गावती बलिदान दिवस कार्यक्रम के दौरान प्रदेशवासियों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि रानी दुर्गावती केवल एक ऐतिहासिक चरित्र नहीं, बल्कि भारतीय नारीशक्ति का प्रतीक हैं। उनके अद्वितीय साहस, पराक्रम और प्रशासनिक दक्षता को नमन करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उनका जीवन आज भी युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणा है। उन्होंने बताया कि रानी ने 52 युद्धों में भाग लिया और 51 में विजय प्राप्त की। मुगल सेनापति आसिफ खां को तीन बार पराजित करने वाली यह वीरांगना गोंडवाना साम्राज्य की गौरव रही हैं, जिन्होंने 15 वर्षों तक 23,000 गांवों का सफल संचालन किया।

स्मृति में होगी राज्य स्तरीय 500वीं जयंती, नई योजनाओं की शुरुआत

मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि रानी दुर्गावती की 500वीं जयंती को राज्य स्तरीय आयोजन के रूप में मनाया जाएगा। इसके साथ ही ‘रानी दुर्गावती श्रीअन्न प्रोत्साहन योजना’ की शुरुआत की गई है, जिसके अंतर्गत मिलेट्स फसलों का समर्थन मूल्य बढ़ाकर ₹4,000 प्रति क्विंटल कर दिया गया है। जबलपुर में विशेष कैबिनेट बैठक आयोजित कर उनकी स्मृति को सम्मानित किया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सिर्फ श्रद्धांजलि नहीं, बल्कि नई पीढ़ी को जोड़ने का एक सार्थक प्रयास है।

पाठ्यक्रम में शामिल होगी बलिदान गाथा, जल संरक्षण को लेकर योजनाएं

डॉ. यादव ने बताया कि रानी दुर्गावती के जल संरक्षण प्रयास आज भी प्रदेश के लिए प्रेरणास्रोत हैं। रानी ताल, आधार ताल और संग्राम ताल जैसे जल स्रोत उनकी दूरदर्शिता के प्रमाण हैं। उन्होंने घोषणा की कि रानी दुर्गावती के जीवन और बलिदान की गाथा को स्कूलों और कॉलेजों के पाठ्यक्रम में शामिल किया जाएगा, ताकि छात्र उनसे प्रेरणा ले सकें। साथ ही, उनके नाम से जुड़े जलस्रोतों को संरक्षित करने की दिशा में भी राज्य सरकार कार्य कर रही है।

बनेगा चिड़ियाघर-रेस्क्यू सेंटर, अंतरराष्ट्रीय मैराथन का आयोजन

मुख्यमंत्री ने यह भी घोषणा की कि जबलपुर में ‘रानी दुर्गावती जू और रेस्क्यू सेंटर’ की स्थापना की जाएगी। इसके अलावा, हर साल आयोजित होने वाली 19 किलोमीटर की दौड़ को अब अंतरराष्ट्रीय स्वरूप दिया जाएगा। ‘रानी दुर्गावती अंतरराष्ट्रीय मैराथन’ के रूप में यह 21 किलोमीटर की दौड़ होगी, जिसमें विजेताओं को ₹21,000, ₹11,000 और ₹5,000 के नकद पुरस्कार दिए जाएंगे। इसके लिए मुख्यमंत्री निधि से ₹5 लाख की राशि स्वीकृत की गई है।