वक्फ जमीन पर असदुद्दीन ओवैसी का बयान – मोदी सरकार कुछ नहीं कर सकती

असदुद्दीन ओवैसी : एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने वक्फ संशोधन कानून में पांच साल तक मुस्लिम होने की शर्त पर सवाल उठाते हुए कहा कि यह नियम कहां से आया है और इसका क्या मतलब है। ओवैसी लगातार इस कानून का विरोध कर रहे हैं। उनका कहना है कि यह कानून असंवैधानिक है और इससे वक्फ बोर्ड की ताकत कमजोर होगी। वहीं सरकार का कहना है कि यह संशोधन वक्फ संपत्तियों के बेहतर और धर्मनिरपेक्ष प्रबंधन के लिए किए गए हैं और यह संविधान के अनुच्छेद 25 और 26 में दी गई धार्मिक स्वतंत्रता का उल्लंघन नहीं करता।

ओवैसी ने क्या कहा

हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि जो लोग सोचते हैं कि मुसलमानों को नए कानून से डराया जा सकता है, वे गलत हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी या उनकी सरकार वक्फ की एक इंच जमीन भी नहीं ले सकती। उन्होंने इस कानून को काला कानून बताया और कहा कि यह संविधान के अनुच्छेद 14, 15, 25, 26 और 29 के खिलाफ है। ओवैसी ने रायचूर के हिंदू भाइयों से सवाल किया कि जब एंडोवमेंट बोर्ड में सिर्फ हिंदू सदस्य हो सकता है, तो वक्फ बोर्ड में गैर-मुस्लिम सदस्य क्यों नियुक्त किए जा रहे हैं?

ओवैसी का वक्फ कानून पर तीखा विरोध जारी

एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने वक्फ संशोधन कानून में पांच साल तक मुस्लिम होने की शर्त पर सवाल उठाते हुए कहा कि यह नियम कहां से आया है और इसका क्या मतलब है। ओवैसी लगातार इस कानून का विरोध कर रहे हैं। उनका कहना है कि यह कानून असंवैधानिक है और इससे वक्फ बोर्ड की ताकत कमजोर होगी। वहीं सरकार का कहना है कि यह संशोधन वक्फ संपत्तियों के बेहतर और धर्मनिरपेक्ष प्रबंधन के लिए किए गए हैं और यह संविधान के अनुच्छेद 25 और 26 में दी गई धार्मिक स्वतंत्रता का उल्लंघन नहीं करता।