Eng Vs Ind: हेडिंग्ले में इंग्लैंड के खिलाफ पहले टेस्ट में भारत की पांच विकेट से हार के बाद पूर्व मुख्य कोच रवि शास्त्री ने मौजूदा कोच गौतम गंभीर को ड्रेसिंग रूम में कड़ा रुख अपनाने की सलाह दी है। स्काई स्पोर्ट्स क्रिकेट पर बात करते हुए शास्त्री ने कहा कि गंभीर को टीम की कमियों को सख्ती से संबोधित करना चाहिए और बार-बार होने वाली गलतियों के लिए खिलाड़ियों को जिम्मेदार ठहराना चाहिए। उन्होंने सुझाव दिया कि जरूरत पड़ने पर गंभीर को खिलाड़ियों को “डांट” लगाने से भी नहीं हिचकना चाहिए।
मैच में भारत की फील्डिंग की खामियां साफ नजर आईं। इंग्लैंड की पहली पारी में भारत ने पांच कैच छोड़े, जिसमें यशस्वी जायसवाल अकेले चार कैच छोड़ने के लिए जिम्मेदार रहे। इनमें से कई कैच ऐसे महत्वपूर्ण मौकों पर छूटे, जिन्होंने इंग्लिश बल्लेबाजों को खेल में वापसी करने और मोमेंटम हासिल करने का मौका दिया। शास्त्री ने इस कमी को गंभीरता से लेने की बात कही।
Eng Vs Ind: बल्लेबाजी में भी रही कमी
भारत की बल्लेबाजी में टॉप ऑर्डर ने दोनों पारियों में शानदार प्रदर्शन किया, लेकिन निचला-मध्य क्रम दोनों ही बार ढह गया। इससे इंग्लैंड को खेल में वापसी करने का मौका मिला और अंततः उसने मैच अपने नाम कर लिया। शास्त्री ने कहा कि बल्लेबाजों को अपनी विकेट की कीमत समझनी होगी। उन्होंने बताया, “जब आप बल्लेबाजी करने आते हैं, तो अपनी विकेट को कीमती समझें। आप ऐसी स्थिति को बर्बाद नहीं कर सकते, जहां 550-600 रन बन सकते थे। इसके लिए आपको डरपोक और कमजोर रवैया छोड़ना होगा।”
Eng Vs Ind: टीम को एकजुट होकर मेहनत की जरूरत
शास्त्री ने कप्तान शुभमन गिल की तारीफ की, जिन्होंने इस टेस्ट में शतक जड़ा। उन्होंने कहा, “कप्तान के तौर पर गिल ने अपनी जिम्मेदारी से ज्यादा किया। इस मैच में पांच शतक लगे, लेकिन बेसिक्स को बेहतर करने की जरूरत है।” उन्होंने जोर देकर कहा कि कैच छोड़ना जैसी चीजें कप्तान के नियंत्रण में नहीं होतीं, लेकिन यह ऐसी कमियां हैं, जिन पर पूरी टीम को एकजुट होकर मेहनत करने की जरूरत है।
‘कोच को सख्त होना होगा’
शास्त्री ने कोचिंग स्टाफ की भूमिका पर जोर देते हुए कहा, “कुछ मौकों पर कोच को ड्रेसिंग रूम में वाकई सख्त होना पड़ता है। कुछ खिलाड़ियों को उनकी गलतियों के लिए डांटना जरूरी है।” हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि इस टेस्ट में कई सकारात्मक पहलू थे, जिन्हें गंभीर को अपनाना चाहिए। शास्त्री का मानना है कि गंभीर को सकारात्मक प्रदर्शन को प्रोत्साहित करते हुए कमियों को दूर करने के लिए सख्ती दिखानी होगी।