सबसे पहले हेमंत महाराज और वरिष्ठ योग साधक श्याम लाल जी साहू के द्वारा दीप प्रज्वलित किया गया तत्पश्चात अनुराग चतुर्वेदी जी मुकेश कुमार साहू एडवोकेट योग शिक्षक, भारत प्रकाश चंद्र राहुल के द्वारा चित्र पर माल्यार्पण गई और परशुराम साहू ने पुष्प अर्पण किये।
पंडित हेमन्त महाराज ने मां कर्मा बाई कि जीवन पर विस्तार से विचार रखें श्याम लाल साहू जी ने कहा कि मां कर्मा बाई श्री कृष्ण भगवान की अनन्य भक्ति थी जो नियमित रूप से खिचड़ी का भोग जगन्नाथपुरी में श्री जगन्नाथ भगवान जी को खिचड़ी का भोग उनके नाम से ही लगाया जाता है।
अनुराग चतुर्वेदी ने कहा मां शिरोमणि कर्मा देवी का हृदय इतना पवित्र था कि उन्होंने जीते जी भगवान को प्राप्त कर लिया था
मुकेश कुमार साहू ने मां कर्मा देवी के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि मां कर्मा देवी हमारे बुंदेलखंड के ग्वालियर के नरवर नामक नगर की निवासी हैं यह हमारे लिए गौरव की बात है प्रकाश चंद राहुल एडवोकेट ने संत किसी एक समाज के नहीं होते वह तो सारे संसार के मंगल के लिए अबतारित होते है
परशुराम बताया मां कर्मा देवी की भक्ति की शक्ति इतनी प्रबल थी की श्री कृष्ण भगवान प्रतिदिन मां देवी कर्मा के हाथ का बना खिचड़ी का भोग खाने के लिए आते थे।, और कहां जो भरा नहीं है भावों से. बहती जिसमें रसधार नहीं हृदय नहीं वह पत्थर है. जिसमें स्वजाती का प्यार नहीं!!
इस अवसर परश्याम लाल साहू परशुराम साहू मुकेश कुमार साहू एडवोकेट अनुराग चतुर्वेदी रामकिशोर विश्वकर्मा जी बहन आशा पुष्पा कुशवाहा सुधा सोनी सुदामा देवी पांडे शिवानी साहू नैंसी साहू गीता साहू गोपाल दास साहू मोहित साहू भूपेंद्र साहू सुरेंद्र पस्तूर गुड्डू गजेंद्र सिंह अशोक कुमार सैनिक शिक्षा सीएल गुप्ता श्री आशीष त्रिपाठी सुरेश श्रीवास्तव मनोज झा कमल किशोर का रूपेंद्र राठौर उपस्थित रहे