क्या है Shefali Jariwala के सरनेम का मतलब, क्यों चुना ये उपनाम? मुगल से है कनेक्शन

Shefali Jariwala Surname: 90 के दशक में ‘कांटा लगा’ गाने से फेमस हुईं एक्ट्रेस शेफाली जरीवाला अब हमारे बीच नहीं रहीं। 42 साल की उम्र में हार्ट अटैक से उनका निधन हो गया। पुलिस मामले की जांच कर रही है। शेफाली का नाम और चेहरा भले ही लाखों लोगों को याद हो, लेकिन उनके सरनेम ‘जरीवाला’ को लेकर अब भी सोशल मीडिया पर सवालों की बाढ़ आ गई है। आखिर ये जरीवाला कौन होते हैं? क्या ये कोई खास जाति या धर्म है? आइए जानते हैं इसकी पूरी कहानी, आसान भाषा में।

क्या शेफाली पारसी थीं?
बहुत से लोग ये मानते थे कि शेफाली किसी पारसी समुदाय से थीं, लेकिन ऐसा नहीं है। शेफाली हिंदू धर्म से ताल्लुक रखती थीं। उनका अंतिम संस्कार भी हिंदू रीति-रिवाजों से ही किया जाएगा। उनके पिता बिजनेसमैन हैं और मां स्टेट बैंक ऑफ इंडिया से रिटायर हो चुकी हैं।

क्या होता है ‘जरीवाला’?
‘जरीवाला’ दो शब्दों से मिलकर बना है ‘जरी’ और ‘वाला’। जरी का मतलब होता है सोने या चांदी के धागों से की गई कढ़ाई, जो कपड़ों को शाही लुक देती है। ये खास कला गुजरात के सूरत शहर से जुड़ी है। पुराने समय में जो लोग जरी बनाने का काम करते थे, उन्हें ‘जरीवाला’ कहा जाता था।

शिल्प से पहचान बना सरनेम
जरीवाला सरनेम उन परिवारों की पहचान है जो पीढ़ियों से ज़री कढ़ाई और व्यापार में लगे रहे हैं। उनके बनाए कपड़े राजा-महाराजाओं से लेकर दुल्हनों तक ने पहने। ये केवल एक नाम नहीं, बल्कि एक समृद्ध कला और परंपरा का प्रतीक बन गया।

आज क्या कर रहे हैं जरीवाला परिवार?
समय के साथ मशीनों ने कारीगरों की जगह ले ली। बहुत से जरीवाला परिवार अब दूसरे पेशों में चले गए हैं, लेकिन सरनेम आज भी उनकी कला और इतिहास की याद दिलाता है।