रीवा में पोषण आहार के नाम पर ‘जहर’ बांटा जा रहा है, पैरों से रौंदकर हो रहा तैयार, देखकर आपकी रूह कांप जाएगी!

MP News: मध्य प्रदेश के रीवा जिले से एक ऐसा वीडियो सामने आया है जिसे देखकर कोई भी हैरान रह जाए। जिले के पहड़िया स्थित टेक होम राशन (THR) प्लांट में गर्भवती महिलाओं और बच्चों को दिया जाने वाला पोषण आहार गंदगी से भरे और अमानवीय तरीके से तैयार किया जा रहा है। वीडियो में एक युवक सड़ा-गला अनाज पैरों से कुचलता हुआ और मशीन में डालता नजर आता है। ये वही पोषण आहार है जो आंगनबाड़ियों के जरिए मासूमों और माताओं को दिया जाता है।

पोषण आहार की गुणवत्ता पर फिर उठे सवाल, पहले भी आ चुकी हैं शिकायतें

यह पहली बार नहीं है जब पोषण आहार की गुणवत्ता पर सवाल उठे हों। पहले भी बच्चों के बीमार होने की खबरें सामने आ चुकी हैं, जिनमें इसी तरह के टेक होम राशन पर संदेह जताया गया था। लेकिन अब जो वीडियो सामने आया है, वह आंखें खोल देने वाला है। इसमें साफ देखा जा सकता है कि आहार को नंगे पांव, बिना किसी हाइजीन के तैयार किया जा रहा है।

स्वच्छता और निगरानी तंत्र पर गंभीर सवाल

वीडियो में साफ नजर आता है कि प्लांट में स्वच्छता का कोई ख्याल नहीं रखा गया। न कर्मचारियों ने ग्लव्स पहने हैं, न बालों को ढंका गया है, न ही कोई सेनेटाइज़ेशन प्रक्रिया दिखाई देती है। इससे न केवल बच्चों की सेहत को खतरा है, बल्कि यह पूरे पोषण वितरण तंत्र की विफलता को भी दर्शाता है। लाखों रुपये खर्च कर चलाई जा रही सरकारी योजना जमीन पर इस तरह गंदगी में सनी हुई है, यह बेहद शर्मनाक है।

प्रशासन ने लिया संज्ञान, जांच और कार्रवाई के आदेश

वीडियो वायरल होने के बाद रीवा प्रशासन सक्रिय हो गया है। कलेक्टर प्रतिभा पाल ने इसे गंभीरता से लेते हुए जिला पंचायत सीईओ को मामले की विस्तृत जांच के आदेश दिए हैं। प्रारंभिक स्तर पर प्लांट को सील करने और दोषियों पर सख्त कार्रवाई करने के संकेत दिए गए हैं। प्रशासन ने यह भी कहा कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।

क्या ऐसे बनेगा कुपोषण मुक्त भारत?

इस घटना ने सरकार की “सुपोषण” योजना पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। गर्भवती महिलाओं, बच्चों और किशोरियों को स्वास्थ्य देने की बजाय ऐसा पोषण आहार देना एक तरह से उनके जीवन से खिलवाड़ है। यदि इस पर समय रहते नियंत्रण नहीं पाया गया, तो यह भविष्य में गंभीर स्वास्थ्य संकट का कारण बन सकता है।