असदुद्दीन ओवैसी ने मतदाता सूची पर उठाए सवाल, चुनाव आयोग को भेजा पत्र

असदुद्दीन ओवैसी : एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने बिहार में चल रही मतदाता सूची की विशेष गहन पुनरीक्षण प्रक्रिया पर आपत्ति जताई है। उन्होंने इस मुद्दे पर चुनाव आयोग को पत्र लिखा है और कई अहम सवाल उठाए हैं। ओवैसी का कहना है कि यह प्रक्रिया अव्यवस्थित, अवैज्ञानिक और नागरिक अधिकारों को प्रभावित करने वाली है। उन्होंने आयोग से मांग की है कि उनके पत्र में उठाए गए सभी बिंदुओं पर स्पष्ट और विस्तृत जवाब दिया जाए। ओवैसी ने कहा कि लोकतांत्रिक व्यवस्था की पारदर्शिता बनाए रखने के लिए आयोग को इन सवालों का उत्तर देना जरूरी है।

मतदाता सूची पर ओवैसी के 6 बड़े सवाल

असदुद्दीन ओवैसी ने बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण SRI को लेकर छह बड़े सवाल उठाए हैं। उन्होंने पूछा कि क्या 2024 की मतदाता सूची में अवैध विदेशी प्रवासी शामिल थे? जब हाल ही में मतदाता सूची का संशोधन हुआ है, तो अब SRI की प्रक्रिया क्यों शुरू की गई? उन्होंने पूछा कि इतनी जल्दी प्रक्रिया पूरी करने की क्या मजबूरी है और बीएलओ को बिना प्रशिक्षण के कैसे जिम्मेदारी दी जा रही है? दस्तावेजों की सूची कैसे तय हुई? बाढ़ प्रभावित सीमांचल जैसे क्षेत्रों में लोगों के दस्तावेज नहीं होने पर क्या होगा? और इन विषयों पर सर्वदलीय बैठक क्यों नहीं बुलाई गई?

बिहार में एनडीए पर हमलावर हुए ओवैसी

ओवैसी ने बिहार में एनडीए सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि उनकी पार्टी भाजपा और एनडीए को फिर से सत्ता में आने से रोकना चाहती है। उन्होंने बताया कि पार्टी के राज्य अध्यक्ष अख्तरुल ईमान ने महागठबंधन के कुछ नेताओं से बात की है और यह साफ कर दिया है कि वे एनडीए की वापसी नहीं चाहते। ओवैसी ने विपक्षी दलों से एकजुट होने की अपील की। साथ ही यह भी कहा कि अगर महागठबंधन ने सहयोग नहीं किया, तो एआईएमआईएम अकेले चुनाव लड़ने के लिए तैयार है। सीमांचल और अन्य क्षेत्रों में भी पार्टी चुनाव लड़ेगी।