सीएम योगी : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वन महोत्सव की तैयारी को लेकर एक अहम बैठक की। उन्होंने कहा कि वृक्षारोपण अभियान को जन आंदोलन का रूप दिया जाए। एक पेड़ मां के नाम थीम पर आधारित इस अभियान में इस बार एक दिन में प्रदेश की आबादी से ज्यादा, यानी 35 करोड़ पौधे लगाने का लक्ष्य है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हर रोपे गए पौधे की जियो टैगिंग की जाए और उनकी सुरक्षा के लिए फेंसिंग की व्यवस्था हो। वन महोत्सव के दौरान जन्म लेने वाले बच्चों को ग्रीन गोल्ड सर्टिफिकेट और उनके परिजनों को एक पौधा उपहार में दिया जाए।
स्कूल-अस्पतालों में हरियाली बढ़ेगी, 52 करोड़ पौधे तैयार
इस बार वन विभाग 12 करोड़ 60 लाख और अन्य विभाग 22 करोड़ 40 लाख पौधे लगाएंगे। सभी विभागों में तालमेल के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त कर दिए गए हैं। पौधों की व्यवस्था के लिए 1901 वन विभाग, 146 उद्यान विभाग, 55 रेशम विभाग और 484 निजी पौधशालाओं में कुल 52 करोड़ 43 लाख पौधे तैयार किए गए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी स्कूलों, मेडिकल कॉलेजों और अस्पतालों में छायादार पौधे, जैसे सहजन, लगाए जाएं। उद्योगों और गो-आश्रय स्थलों में भी नीम, पीपल और पाकड़ जैसे पेड़ प्राथमिकता से लगाए जाएं।
एक्सप्रेसवे के दोनों ओर बनेगी हरित पट्टी
मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी एक्सप्रेसवे के किनारों पर बड़े पैमाने पर पेड़ लगाए जाएं ताकि मुख्य सड़कों और सर्विस लेन के बीच सुंदर हरित पट्टी बनाई जा सके। उन्होंने पीएम किसान सम्मान निधि के लाभार्थियों से कम से कम एक पौधा लगवाने की बात कही। सीएम ने इस अभियान में जनता की भागीदारी बढ़ाने के लिए नुक्कड़ नाटक, चित्रकला, वाद-विवाद और प्रभात फेरी जैसे कार्यक्रमों के आयोजन का सुझाव दिया।
नदियों को मिलेगा नया प्रवाह
मुख्यमंत्री ने कहा कि नदियों को फिर से जीवित करने के काम को भी खास ध्यान दिया जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि नदियों के किनारे पेड़ लगाए जाएं और उनके बहाव को सही दिशा देने के लिए चैनलाइजेशन किया जाए। साथ ही सभी तालाबों के किनारों पर भी पौधे लगाना जरूरी है। तालाबों और नदियों जैसे जलस्रोतों की देखभाल और उन्हें फिर से उपयोगी बनाने का काम भी पूरा ध्यान और जिम्मेदारी से किया जाए।