तेजस्वी यादव के वक्फ कानून वाले बयान ने मचाया सियासी तूफान, BJP ने साधा निशाना

तेजस्वी यादव : बिहार की राजनीति इन दिनों काफी गर्म है। राजद नेता तेजस्वी यादव ने रविवार को एक रैली में कहा कि बिहार में जो NDA की सरकार है, वह ज्यादा दिन नहीं टिकेगी। उन्होंने कहा कि अगर महागठबंधन की सरकार बनती है, तो केंद्र सरकार द्वारा लागू किया गया वक्फ अधिनियम कानून हटा दिया जाएगा।

तेजस्वी के इस बयान के बाद बीजेपी ने तीखा जवाब दिया। भाजपा नेता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि तेजस्वी यादव अब भी पुरानी सोच में फंसे हैं, जिसमें संविधान को महत्व नहीं दिया जाता। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि तेजस्वी को संसद और अदालतों का सम्मान करना नहीं आता।

तेजस्वी यादव पर आरोप

त्रिवेदी ने कहा कि पटना के गांधी मैदान से ऐसे बयान देना बेहद दुख की बात है, जहां कभी लोगों ने संविधान बचाने के लिए आंदोलन किया था। उन्होंने तेजस्वी पर आरोप लगाया कि वे वोट बैंक की राजनीति के चलते ऐसे बयान दे रहे हैं और देश की लोकतांत्रिक संस्थाओं को नीचा दिखा रहे हैं।

बीजेपी नेता ने आगे कहा कि NDA और बीजेपी संविधान की रक्षा के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं और किसी को भी बाबा साहेब अंबेडकर द्वारा बनाए गए संविधान को नुकसान नहीं पहुंचाने देंगे। उन्होंने यह भी सवाल किया कि क्या INDI गठबंधन बिहार में शरिया जैसा कानून लाना चाहता है? उन्होंने राजद और सपा से इसका जवाब मांगा।

‘वक्फ बचाओ, संविधान बचाओ’ रैली

तेजस्वी ने गांधी मैदान में ‘वक्फ बचाओ, संविधान बचाओ’ रैली में कहा कि उनके पिता लालू यादव पहले ही वक्फ कानून का विरोध कर चुके हैं और वे भी हर स्तर पर इसका विरोध करेंगे। तेजस्वी ने कहा कि उनकी पार्टी ने संसद में भी इसका विरोध किया है और अदालत का दरवाजा भी खटखटाया है।

तेजस्वी ने यह भी कहा कि नवंबर में बिहार में गरीबों की सरकार बनेगी और वक्फ कानून को हटाया जाएगा। उन्होंने बीजेपी पर तंज कसते हुए कहा कि देश किसी एक का नहीं, बल्कि सबका है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि चुनाव आयोग और बीजेपी मिलकर वोटर लिस्ट में गड़बड़ी कर सकते हैं, इसलिए लोगों को सतर्क रहना होगा।