‘Rohit Sharma पूछते रहे – थक रहा है क्या?’, कुलदीप यादव की फिटनेस जर्नी

Rohit Sharma: भारतीय क्रिकेट टीम के स्पिन गेंदबाज कुलदीप यादव ने अपने करियर में कई उतार-चढ़ाव देखे हैं, लेकिन उनकी फिटनेस जर्नी सबसे ज्यादा प्रेरणादायक है। साल 2021 में घुटने की सर्जरी के बाद उन्हें न केवल अपने गेंदबाजी एक्शन में बदलाव करना पड़ा, बल्कि फिटनेस के लिए भी दोगुनी मेहनत करनी पड़ी।

एक्शन बदलना बना सबसे बड़ी चुनौती

कुलदीप बताते हैं कि सर्जरी के बाद जब वह रिकवरी की राह पर थे, तब बीसीसीआई के सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में हेड फिजियोथेरेपिस्ट आशीष कौशिक ने उन्हें उनके पुराने एक्शन की तकनीकी खामियों के बारे में बताया। उनके अनुसार, पुराने एक्शन के कारण कुलदीप का फ्रंट फुट ज्यादा लोड झेल रहा था, जो उनके करियर को नुकसान पहुँचा सकता था।

पहले कुलदीप ने इसे हल्के में लिया, लेकिन बाद में जब उन्हें एहसास हुआ कि यह उनके करियर के लिए अहम है, तो उन्होंने अपने गृहनगर कानपुर लौटकर नए एक्शन पर काम करना शुरू किया। “पुराने एक्शन को छोड़ना और नए एक्शन में ढलना आसान नहीं था,” कुलदीप कहते हैं। “रिदम एक दिन बनती थी, दूसरे दिन बिगड़ जाती थी। लगभग छह महीने लगे स्थिरता पाने में।”

चार ओवर डालना भी हो गया था मुश्किल

नए एक्शन के साथ कुलदीप की गेंदबाजी पहले से ज्यादा तेज हो गई थी, लेकिन यह बदलाव उनके शरीर पर भारी पड़ा। उनका रन-अप अब तेज और एप्रोच ज्यादा आक्रामक हो गया था। “इतनी एनर्जी लगती थी कि चार ओवर से ज्यादा नहीं फेंक पाता था। यहां तक कि टी20 में भी चार ओवर डालना मुश्किल हो गया था,” उन्होंने बताया।

Rohit Sharma भाई से मिली सलाह

इस दौरान टीम इंडिया के पूर्व स्ट्रेंथ एंड कंडीशनिंग कोच सोहम देसाई ने कुलदीप की फिटनेस पर खास ध्यान दिया। उन्होंने कुलदीप को ऐसी ट्रेनिंग दी जिससे वे लंबे समय तक अपनी ऊर्जा बनाए रख सकें। “सोहम भाई ने मेरी ट्रेनिंग इस तरह से तैयार की कि मैं कम से कम छह ओवर तक पूरी ताकत के साथ गेंदबाजी कर सकूं,” कुलदीप कहते हैं।मैच के दौरान कप्तान रोहित शर्मा अकसर कुलदीप से पूछते थे, ‘थक रहा है क्या?’ कुलदीप कहते हैं, “आपने कई बार सुना होगा, रोहित भाई मैदान में मुझसे पूछते थे – थक तो नहीं गया? लेकिन अब मैं 8-9 ओवर आराम से डाल लेता हूं, और टेस्ट में तो 10-12 ओवर की स्पेल भी फेंकी है।”